MP: गुना में काले हिरण के शिकारियों और पुलिस के बीच मुठभेड़, 1 और अपराधी की मौत
AajTak
मध्य प्रदेश के गुना में पुलिस ने एक और अपराधी को मार गिराया है. गुना से 48 किलोमीटर दूर जंगल मे उसका एनकाउंटर किया गया. इस हमले में 7 शिकारी शामिल थे.
मध्य प्रदेश के गुना में पुलिस और काले हिरण के शिकारियों के बीच भीषण मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी. इसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मुठभेड़ में एक और अपराधी को मार गिराया है. आरोपी का नाम शहज़ाद खान है. गुना से 48 किलोमीटर दूर जंगल मे उसका एनकाउंटर किया गया है. इस हमले में 7 शिकारी शामिल थे. उनमें से एक शिकारी क्रास फायरिंग में मार गिराया गया था.
पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ शिकारी हिरणों का शिकार करने गए हैं. इन्हें पकड़ने के लिए पुलिस मौके पर गई थी. तभी शिकारियों के गैंग ने इन पर हमला कर दिया. इस हमले में तीन पुलिसकर्मी शहीद हो गए.
बदमाश काले हिरण को मारकर ले जा रहे थे इनका नाम SI राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम है. बदमाश काले हिरण को मारकर ले जा रहे थे. घटना शुक्रवार देर रात की है. गुना में हुई ये घटना सागा बरखेड़ा गांव की है. ये गांव आरोन पुलिस स्टेशन में आता है. घटनास्थल से हिरणों के 4 सिर, दो हिरणें जिनके सिर नहीं है और एक मोर पक्षी का शव बरामद हुआ था.
इस घटना पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान आया था जिसमें उन्होंने कहा था कि अपराधियों को छोड़ा नहीं जाएगा और सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं इसकी मानिटरिंग कर रहे हैं.
एक-एक करोड़ रुपए की सहायता राशि सरकार की ओर से गोलीबारी में शहीद हुए पुलिस के तीनों अधिकारी/कर्मचारियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की गई थी. इस हमले पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, गुना में शिकारियों का मुकाबला करते हुए हमारे पुलिस के जवानों ने शहादत दी है. अपराधियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी, जो इतिहास में उदाहरण बनेगी. अपराधियों की लगभग पहचान हो गई. जांच चल रही है. पुलिस फोर्स को भेजा गया है. अपराधी किसी भी कीमत पर नहीं बचेंगे.
पूर्व सीएम कमलनाथ ने क्या कहा मध्यप्रदेश के गुना में शिकारियों की गोलीबारी से हुई तीन पुलिसकर्मियों की मौत की घटना बेहद दुखद , बेहद पीड़ादायक. निश्चित तौर पर अपने कर्तव्य पालन के लिए इन पुलिसकर्मियों ने अपनी शहादत दी है. इनकी शहादत को मैं नमन करता हूं , इनकी शहादत व्यर्थ नही जाएगी. लेकिन हमें यह भी देखना होगा कि आखिर शिवराज सरकार में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद क्यों है..?
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.