Maya Govind Passes Away: गीतकार माया गोविंद का निधन, लंबे समय चल रही थीं बीमार
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सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं, बल्कि माया ने टीवी की दुनिया में भी अपने टैलेंट का जलवा दिखाया और 'महाभारत' जैसे यादगार सीरियल के लिये गीत, दोहे और छंद लिखे. इसके अलावा उन्होंने 'विष्णु पुराण', 'किस्मत', 'द्रौपदी', और 'आप बीती जैसे सीरियल में अपनी लेखनी का हुनर दिखाया.
माया गोविंद का हुआ निधन 80 की साल माय गोविंद ने अपने करियर में लगभग 350 से ज्यादा फिल्मों के लिये गाने लिखे थे. माया गोविंदा फिल्म इंडस्ट्री की एकमात्र ऐसी गीतकार थीं, जिन्होंने फिल्मों और टीवी धारावाहिकों के गानों के अलावा कई किताबें भी लिखी हैं. हिंदी सिनेमा में उन्होंने अपने टैलेंट से लोगों के दिलों में एक जगह बनी ली थी, जो अब हमेशा ही खलती रहेगी.
माया गोविंद को उनका फर्स्ट ब्रेक निर्माता निर्देशक आत्मा राम ने अपनी फिल्म 'आरोप' में दिया था. पहले ब्रेक में ही माया ने साबित कर दिया था कि वो लिरिक्स के मामले में बाकियों से काफी अलग हैं. 1979 में 'सावन को आने दो' फिल्म के 'कजरे की बाती' ने माया गोविंद को खूब लोकप्रियता दिलाई थी. इसके बाद उन्होंने 'आंखों में बस हो तुम', 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी', 'तेरी मेरी प्रेम कहानी' और 'रानी चेहरे वाले' जैसे कई सदाबहार गाने लिख कर म्यूजिक लवर्स को कुछ नया सुनने का मौका दिया.
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सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं, बल्कि माया ने टीवी की दुनिया में भी अपने टैलेंट का जलवा दिखाया और 'महाभारत' जैसे यादगार सीरियल के लिये गीत, दोहे और छंद लिखे. इसके अलावा उन्होंने 'विष्णु पुराण', 'किस्मत', 'द्रौपदी', और 'आप बीती जैसे सीरियल में अपनी लेखनी का हुनर दिखाया. रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार को 3 बजे के बाद उनका अंतिम संस्कार पवन हंस, विले पार्ले वेस्ट से किया जायेगा.
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माया गोविंद जैसी गीतकार को खोना एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिये बड़ा नुकसान है, जिसकी भरपाई कर पाना बेहद मुश्किल है.