Koo पर कविताओं को जमकर पसंद करे रहे हैं यूज़र्स
ABP News
माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफ़ॉर्म पर नए-नए कवियों को पाँच से छह लाख फॉलोअर्स मिल रहे हैं.
तमाम भारतीय भाषाओं में अभिव्यक्ति को सक्षम बनाने वाले Koo App पर विशेषरूप से हिंदी भाषा में कविताओं को जबर्दस्त ढंग से पसंद किया जा रहा है. शायरी, ग़ज़ल, दोहा, नज़्म, गीत और कविताओं के ज़रिये कवि अपनी रचनात्मकता पेश कर रहे हैं. दरअसल, इस मेड-इन-इंडिया प्लेटफ़ॉर्म पर हिंदी सबसे ज़्यादा मशहूर भाषा है और इस पर सबसे ज़्यादा चर्चा हिंदी में ही देखने को मिलती है.
वहीं, हिंदी में आधी से ज़्यादा बातें कविताओं और साहित्य से जुड़ी होती हैं और यूज़र्स रोज़ाना गीत-कविताएं बनाकर इनमें शामिल होते हैं. अपने समुदायों की सांस्कृतिक और भाषाई विरासत को समृद्ध करने के साथ ही पहुँच बढ़ाने के लिए ये यूज़र्स कविता के ज़रिये कम शब्दों में अभिव्यक्ति के लिए इस मंच का लाभ उठा रहे हैं. और चूँकि कविताएँ स्पष्ट रूप से संवाद और चर्चा को बढ़ावा देती हैं, इसलिए Koo पर कवियों और गीतकारों के फॉलोअर्स और एंगेजमेंट में ज़बरदस्त तेज़ी से देखने को मिली.