
JNU में छात्रसंघ चुनाव: किन मुद्दों पर वोट मांग रहे हैं उम्मीदवार, लेफ्ट यूनिटी में दरार से क्या ABVP को होगा फायदा?
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जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) कैंपस में चुनावी नारे तो इस बार भी गूंज रहे हैं, लेकिन इस साल का चुनाव ज़रा अलग है, क्योंकि वाम गठबंधन में दरार आ गई है. ABVP का मानना है कि उन्हें इसका फ़ायदा भी मिलेगा.
दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में छात्रसंघ चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ गई है और विश्वविद्यालय के तमाम संगठन अपने उम्मीदवारों के साथ कैंपस में घूम-घूमकर स्टूडेंट्स से मिल रहे हैं. जेएनयू के कैंपस में चुनावी नारे तो इस बार भी गूंज रहे हैं, लेकिन इस साल का चुनाव ज़रा अलग है, क्योंकि वाम गठबंधन में दरार आ गई है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) का मानना है कि उन्हें इसका फ़ायदा भी मिलेगा.
विश्वविद्यालय में चार मुख्य वामपंथी छात्र संगठन- अखिल भारतीय छात्र संघ (AISA), डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन (SDF), स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF), 25 अप्रैल को होने वाले चुनाव में एक साथ नहीं लड़ रहे हैं. जेएनयू की छात्र राजनीति में 2016 के बाद यह पहली बार हो रहा है.
17 अप्रैल को नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन था. AISA और DSF ने ‘संयुक्त वाम’ गठबंधन के तहत संयुक्त उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है. इसमें अध्यक्ष पद के लिए नीतीश कुमार (AISA), उपाध्यक्ष के लिए मनीषा (DSF), सचिव के लिए मुंतेहा फ़ातिमा (DSF) और संयुक्त सचिव पद के लिए नरेश कुमार (AISA) के नाम शामिल हैं.
दूसरी तरफ, SFI और AISF गठबंधन ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं. छात्रों ने बताया कि प्रोग्रेसिव अलायंस (SFI-AISF) को BAPSA का भी समर्थन हासिल है, लेकिन जहां एक तरफ अध्यक्ष पद के लिए SFI से चौधरी तैय्यबा अहमद मैदान में हैं, वहीं BAPSA ने रामनिवास गुर्जर को उतारा है. बाकी तीन पदों के लिए गठबंधन के नामांकन रद्द हो गए, जिसके खिलाफ कैंपस में 17 अप्रैल की देर शाम तक प्रदर्शन भी चलता रहा. अगर प्रशासन छात्रों की मांगे पूरा करता है, तो कैंडिडेट्स को लेकर कुछ नए अपडेट भी आ सकते हैं.
ABVP ने अपने पैनल में अध्यक्ष पद के लिए शिखा स्वराज, उपाध्यक्ष के लिए निट्टू गौतम, सचिव के लिए कुणाल राय और संयुक्त सचिव पद के लिए वैभव मीणा को मैदान में उतारा है. NSUI और फ़्रेटरनिटी मूवमेंट ने गठबंधन के तहत अध्यक्ष पद के लिए प्रदीप ढाका (NSUI), उपाध्यक्ष के लिए मोहम्मद कैफ़ (FM), सचिव के लिए अरुण (NSUI) और संयुक्त सचिव के लिए सलोनी (FM) को मैदान में उतारा है.

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