
Google लाया न्यू AI मॉडल, अब होगी सबसे सटीक मौसम भविष्यवाणी?
AajTak
Google ने वेदर फॉरकास्ट की सही जानकारी देने के लिए नया AI मॉडल तैयार किया है. ये मॉडल Google Deepmind ने Google Research के साथ मिलकर तैयार किया है और इसका नाम WeaterNext है. यह मॉडल मौजूदा फॉरकास्ट मॉडल की तुलना में ज्यादा बेहतर एक्युरेसी देगा. आइए इसके बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
Google Deepmind ने Google Research के साथ मिलकर WeaterNext को लॉन्च कर दिया है, जो एक एडवांस्ड AI मॉडल है. यह मौसम फॉरकास्ट में बेहतर एक्युरिसी की जानकारी देता है. Google ने बताया कि वेदरनेक्स्ट, कंपनी का सबसे पावरफुल मौसम पूर्वानुमान AI टेक्नोलॉजी है.
Google Deepmind ने भी WeaterNext मॉडल को काफी एडवांस बताया है. Deepmind के मुताबिक, वेदरनेक्स्ट मॉडल पारंपरिक भौतिकी-आधारित मौसम मॉडल की तुलना में काफी तेज काम करता है और इससे लोगों के बीच में फॉरकास्ट को लेकर भरोसा बढ़ेगा.
मौसम फॉरकास्ट के सही पूर्वानुमान की वजह से खतरनाक मौसम की आपदा आने से पहले उससे बचाव के लिए तैयारी की जा सकती है. WeatherNext के लिए दो अलग-अलग AI मॉडल शामिल हैं. इसमें एक WeatherNext Graph और दूसरा WeatherNext Gen है.
यह भी पढ़ें: Nothing लॉन्च करेगा दो स्मार्टफोन, पहली बार मिलेंगे ये फीचर्स, लीक हुई तस्वीर
WeatherNext Graph एक एडवांस्ड मॉडल है, जो 6 घंटे के रेजॉल्यूशन और 10-दिन के लीड टाइम एक विश्वनीय फॉरकास्ट प्रोवाइड कराता है. इससे तेज और एक्युरेट फोरकास्ट रिजल्ट पाने में मदद करता है.

सोशल मीडिया पर कई बार ऐसे पोस्ट वायरल हो जाते हैं,जो दिल को छू जाते हैं. इन दिनों इंटरनेट पर ऐसी ही एक घटना काफी वायरल हो रही है. एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को चार साल के बाद नौकरी से निकाल दिया गया, जिसके बाद से वह उससे होने वाले तनाव और कई तरह की परेशानी से जूझ रहा है. इसे लेकर उसने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए अपने इमोशन को शेयर किया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक से एक अहम मुलाकात करेंगे. इस बैठक में भारत और ओमान के बीच द्विपक्षीय संबंधों के पूरे दायरे पर विस्तार से चर्चा होने की उम्मीद है. इसी बीच लोगों की ओमान के सुल्तान की निजी जिंदगी और उनकी शाही जीवनशैली को लेकर भी खास दिलचस्पी देखने को मिल रही है.

कहते हैं हर मौका जो हाथ से निकल जाए, ज़रूरी नहीं कि वही हार बन जाए.कई बार जो दरवाज़ा हमें हमेशा के लिए बंद दिखता है, वही हमें किसी और राह पर मोड़ देता है. हायोसांग के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ.उन्हें हार्वर्ड जैसी प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिल गया था, लेकिन एक छोटी-सी लापरवाही के कारण वह मौका उनके हाथ से फिसल गया.










