Exclusive: 3 मई को आतंकियों की PoK में रैली, 4 मई को कश्मीर में IAF के काफिले पर हमला
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4 मई शनिवार को कश्मीर में भारतीय वायु सेना के काफिले पर हमले से पहले PoK में आतंकियों के एक सभा हुई थी, जिसमें आईएसआई अधिकारी और पाकिस्तानी सेना के जवान भी मौजूद थे. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान कश्मीर में होने वाले चुनाव के दौरान बड़े आतंकी हमले करने की फिराक में है और इसी लिए आतंकियों की सभा बुलाई थी.
जम्मू-कश्मीर के पुंछ में भारतीय वायु सेना के काफिले पर हमले से पहले 3 मई शुक्रवार को पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकियों के एक बड़ी सभा हुई थी. इस सभा में पिछले हफ्ते सुरक्षाबलों की कार्रवाई में मारे गए आतंकी अब्दुल वहाब और सनम जफर को पोस्टर ब्वॉय बनाया गया था. PoK में हुई इस रैली के बाद भारतीय खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ चुकी हैं.
IAF के काफिले पर हुए हमले से पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में हुई रैली में ISI ने भारत के खिलाफ एक बार फिर अपनी जिहाद मशीनरी को चालू करने के संकेत दिए हैं. शुक्रवार को पीओके के रावलाकोट में खाइगल गांव में पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ISI की मौजूदगी में एक सभा (इजलास) का आयोजन किया गया था.
'कश्मीर में बड़े हमले की फिराक में है ISI'
सूत्रों के मुताबिक, इलेक्शन के दौरान ISI कश्मीर में बड़ा आतंकी हमला करवाने के फिराक में है. आईएसआई की इस सभा में कश्मीर में मारे गए आतंकी अब्दुल वहाब के वारिसी खत पढ़कर युवाओं को भारत के खिलाफ जिहाद करने का आह्वान किया गया. रैली में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के अलावा JKLF (Jammu Kashmir Liberation Front) से जुड़े आतंकी भी मौजूद थे. सैकड़ों की संख्या में आए लोगों को जिहाद के लिए खड़े होने के लिए आह्वान किया और रैली में भारत के खिलाफ कश्मीर में और बड़े हमले करने का ऐलान किया है.
विधानसभा चुनाव पर है नजर
जानकारी के अनुसार, इस इजलास में 300-400 के बीच स्थानीय लोग मौजूद थे. रैली के दौरान पाकिस्तानी सेना की यूनिट FC (Frontier Corps) के हथियारबंद जवान मंच और सभा में आये लोगों की सुरक्षा कर रहे थे. इसके अलावा सुरक्षा के लिए KPK Police भी मौजूद थी. ISI पीओके में अपने जिहादी तंजीमों को दुबारा खड़ा कर रहा है. साथ ही आईएसआई की नजर कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनावों पर है.
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