
DNA ANALYSIS: ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे की बदहाल तस्वीर, लोगों ने किया ऐसा हाल
Zee News
दिल्ली के पास एक वर्ल्ड क्लास एक्सप्रेसवे तीन साल पहले बन कर तैयार हुआ था, लेकिन इस एक्सप्रेसवे के आसपास रहने वाले लोगों ने इसकी बुरी हालत कर दी है
नई दिल्ली: आज हम आपको भारत के लोगों के शॉर्ट कट वाले DNA के बारे में बताते हैं क्योंकि, हमारे देश में लोग परिश्रम वाले लम्बे रास्ते पर नहीं चलना चाहते, बल्कि वो धोखे वाले शॉर्ट कट पर चलना चाहते हैं. भारत की स्थिति ये है कि आप लोगों को वर्ल्ड क्लास एक्सप्रेसवे बना कर दे दीजिए, एक्सप्रेस ट्रेन दे दीजिए या कोई भी वर्ल्ड क्लास सुविधाएं दे दीजिए, वो अगले दिन से उनका दुरुपयोग करना शुरू कर देते हैं. दिल्ली के पास एक ऐसा ही वर्ल्ड क्लास एक्सप्रेस वे तीन साल पहले बन कर तैयार हुआ था, लेकिन इस एक्सप्रेस वे के आसपास रहने वाले लोगों ने इसकी बुरी हालत कर दी है क्योंकि, ये सारे लोग अपने जीवन में शॉर्टकट के सिद्धांत पर चलते हैं. तीन साल पहले 11 हजार करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ ये एक्सप्रेस वे इस समय बहुत बुरी हालत में है. लाइटें चुरा ली गई हैं, डिवाइडर तोड़ दिए गए हैं और सड़क पर भी अतिक्रमण हो गया है.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









