DNA ANALYSIS: अफगानिस्तान को अफसोस, UN-मलाला समेत सब खामोश? तालिबान ने किया देश को हाई जैक
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अफगानिस्तान (Afghanistan) पर आखिरकार तालिबान (Taliban) का कब्जा हो ही गया और इसी के साथ उसने शरई कानूनों की शुरुआत भी कर दी है. वहीं मानवाधिकारों की बात करने वाली बड़ी-बड़ी हस्तियों से लेकर दुनिया के अधिकतर देश अब भी पूरे हालात पर खामोशी ओढ़े हुए हैं.
नई दिल्ली: तालिबान (Taliban) ने अपने नए शासन का नाम Islamic Emirate of Afghanistan रखा है. आज जब अफगानिस्तान (Afghanistan) इतने बड़े संकट में है, तब संयुक्त राष्ट्र इस पर क्या कर रहा है? ये हम सबको जानना चाहिए. संयुक्त राष्ट्र पूरी दुनिया में लोकतांत्रिक मूल्यों और लोगों की आजादी के लिए काम करता है. इस समय दुनिया के 12 देशों में संयुक्त राष्ट्र की Peace Keeping Forces मौजूद हैं. इनमें एक Peace Keeping Force कश्मीर में भी काम कर रही है. हालांकि अफगानिस्तान में मानव अधिकारों को लेकर संयुक्त राष्ट्र का कोई मिशन नहीं है. इससे आप इस अंतर्राष्ट्रीय संस्था के चरित्र को समझ सकते हैं.Swati Maliwal: आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल ने गुरुवार को उन मीडिया रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया दी, जिनमें दावा किया गया था कि पार्टी चाहती थी कि वह अपनी राज्यसभा सदस्यता छोड़ दे ताकि उसे एक 'विशेष वकील' को दिया जा सके. इस पर उन्होंने कहा, अगर पार्टी चाहती कि वह राज्यसभा सदस्यता छोड़ दें तो वह खुशी-खुशी इसे छोड़ देतीं.
Pune Porsche Crash: पुणे के पोर्श कार हादसे मामले में ट्विस्ट आया है. अब 17 साल के नाबालिग आरोपी ने दावा किया है कि घटना के समय वह कार नहीं चला रहा था बल्कि फैमिली ड्राइवर चला रहा था. हादसे के समय आरोपी के साथ मौजूद उसके साथियों ने भी इस दावे का समर्थन किया है. वहीं महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) की नेता सुप्रिया सुले और शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने दावा किया कि आरोपी को पुलिस स्टेशन में पिज्जा की पेशकश की गई.
West Bengal Violence: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान से पहले नंदीग्राम में बुधवार की रात हिंसा भड़क उठी. इससे राज्य की सियासत गरमा गई है. यह घटना पूर्वी मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम विधानसभा के ब्लॉक नंबर एक के सोनचूरा गांव के मनसा बाजार की है. बताया जा रहा है कि तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने कई भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों में घुसकर धारदार हथियारों से हमला किया.
Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना में बदलाव हो सकते हैं. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सेना एक आंतरिक सर्वे करा रही है. इस सर्वे में सामने आने वाले निष्कर्षों को देखते हुए आगे योजना में बदलाव को लेकर सरकार से सिफारिश की जा सकती है. हालांकि अभी इस संबंध में सेना या सरकार की ओर से कोई भी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.