
Dhanteras 2024 Date: धनतेरस पर जरूर खरीदें ये 10 दिव्य चीजें, बढ़ने लगेगी धन की आवक
AajTak
Dhanteras 2024: इस बार धनतेरस 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा. इस दिन स्वास्थ्य रक्षा और आरोग्य के लिए धनवंतरी देव की उपासना की जाती है. जबकि धनधान्य में वृद्धि के लिए कुबेर महाराज की पूजा की जाती है.
Dhanteras 2024 Date: कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है. इस बार धनतेरस 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा. इस दिन स्वास्थ्य रक्षा और आरोग्य के लिए धनवंतरी देव की उपासना की जाती है. जबकि धनधान्य में वृद्धि के लिए कुबेर महाराज की पूजा की जाती है. कहते हैं कि इस दिन नई चीजों की खरीदारी कर घर लाने से घर में सुख-संपन्नता में वृद्धि होती है. आइए आपको 10 ऐसी चीजों के बारे में बताते हैं, जिन्हें धनतेरस पर खरीदना शुभ माना जाता है.
दीपक- धनतेरस से ही पांच दिन का दीपोत्सव शुरू हो जाता है. और दीपक के बिना यह पर्व अधूरा है. दीपोत्सव में दीप जलाकर नकारात्मकता दूर की जाती है. साथ ही सुख और समृद्धि की कामना की जाती है. मिट्टी के ढेर सारे दीपक खरीदें. दो बड़े दीपक जिनसे मुख्य पूजा होगी, जरूर खरीदें.
चांदी- चांदी समृद्धि की धातु मानी जाती है. माना जाता है कि चांदी भगवान शिव के नेत्रों से प्रकट हुई है. धनतेरस के दिन चांदी खरीदना अत्यंत शुभ होता है. दीपावली की पूजा में भी इस चांदी का प्रयोग किया जाता है.
गोमती चक्र- गोमती चक्र एक विशेष प्रकार का पत्थर है, जिसके एक तरफ चक्र की तरह आकृति बनी होती है. यह कई रंगों का होता है. इसमें सफेद रंग का गोमती चक्र सबसे महत्वपूर्ण होता है. यह रत्न की तरह अंगूठी में भी धारण किया जाता है. धनतेरस पर कम से कम दो या पांच गोमती चक्र खरीदें. दीपावली के दिन गोमती चक्र मां लक्ष्मी को अर्पित किया जाता है.
खील बताशे- खील बताशे शुक्र का भी प्रतीक हैं और आपकी सम्पन्नता का भी. धनतेरस के दिन खील बताशे खरीदें. पूजा के दौरान मां लक्ष्मी को खील बताशे जरूर अर्पित करें. बेहतर होगा खील बताशे किसी मिट्टी के पात्र में रखकर अर्पित किए जाएं.
कौड़ी- कौड़ी एक समुद्री जीव का एक खोल है. धन प्राप्ति के लिए और धन के रूप में इसका प्रयोग प्राचीन काल से होता है. धनतेरस पर कम से कम पांच या नौ कौड़ियां खरीदें. दीपावली के दिन कौड़ी अर्पित करने से विवाह की बाधाएं दूर होती हैं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.











