Dancing On The Grave poster: कहानी 30 साल पहले गायब हुई शकीरा खलीली की, जिसकी हत्या के बारे में जानकर आपकी रूह कांप जाएगी
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4 पार्ट में बनी सत्य घटना पर आधारित इस डॉक्यूमेंट्री सीरीज में मैसूर राजघराने के पूर्व दीवान की पोती शकीरा खलीली के अचानक गायब होने और हत्या की कहानी दिखाई जाने वाली है. पैट्रिक ग्राहम ने इसे लिखा है और डायरेक्ट भी किया है.
ओटीटी प्लेटफॉर्म पर बीते साल एक सीरीज आई थी, नाम था 'इंडियन प्रीडेटरः डायरी ऑफ अ सीरियल किलर'. यह इंडिया टुडे ओरिजनल्स के तहत सीरीज बनी थी. सक्सेसफुल भी रही. अब एक बार फिर इंडिया टुडे ओरिजनल्स दूसरी वेब सीरीज लेकर आ रहा है. नाम है 'डांसिंग ऑन द ग्रेव'. 15 अप्रैल को इस वेब सीरीज का पोस्टर रिलीज किया गया है जो सोशल मीडिया पर अब सुर्खियां बटोर रहा है.
4 पार्ट में बनी सत्य घटना पर आधारित इस डॉक्यूमेंट्री सीरीज में मैसूर राजघराने के पूर्व दीवान की पोती शकीरा खलीली के अचानक गायब होने और हत्या की कहानी दिखाई जाने वाली है. पैट्रिक ग्राहम ने इसे लिखा है और डायरेक्ट भी किया है. ये अनस्क्रिप्टेड अमेजन ओरिजनल सीरीज भारत और करीब 250 देशों में वर्ल्डवाइड 21 अप्रैल को रिलीज हो रही है.
'डांसिंग ऑन द ग्रेव' एक सच्ची घटना पर आधारित डॉक्यूमेंट्री सीरीज है, जिसमें शकीरा खलीली के मर्डर केस की कहानी को डिटेल में दिखाया जाने वाला है. शकीरा का मर्डर 90 के दशक में हुआ था. अचानक से गायब हुईं शकीरा की खबर सुनकर पूरा देश सहम गया था. चार पार्ट में बनी इस वेब सीरीज में आप उन लोगों के बयान देखेंगे जो इस केस से जुड़े रहे या फिर इसमें शामिल रहे. इसमें अपराधी को खुद भी दिखाया गया है.
मेकर्स ने कही ये बात इंडिया ओरिजन्लस प्राइम वीडियो की हेड अपर्णा पुरोहित ने कहा, "कई बार, फैक्ट्स हमारी इमैजिनेशन से परे होते हैं. और इस तरह की डॉक्यूमेंट्रीज हमें सच्चाई बताती हैं जो असल में घटी होती है. प्राइम वीडियो के जरिए, हम अपने अलग तरह का कॉन्टेंट जेनरेट करने की कोशिश कर रहे हैं जो हर श्रेणी के दर्शकों के लिए बना है. हमने क्राइम जॉनर में डॉक्यूमेंट्रीज बनानी शुरू की हैं जो लोगों को सच्चाई से रूबरू कराती हैं. इन्हीं में से एक 'डांसिंग ऑन द ग्रेव' भी है. हमारी पहली इंडियन क्राइम ओरिजनल सीरीज जो ऑडियन्स को काफी प्राभावित करने वाली है."
अपर्णा ने आगे कहा कि इस डॉक्यूमेंट्री सीरीज के लिए काफी गहराई में जाकर रिसर्च की गई है. हम इंडिया टुडे ओरिजनल्स प्रोडक्शन के साथ कोलैबोरेट करके खुश हैं जो दर्शकों के लिए न्यूज और फीचर को प्रस्तुत करने में एक्सपर्ट हैं. 'डांसिंग ऑन द ग्रेव' की कहानी हम इसलिए लेकर आ रहे हैं, क्योंकि इस सच्ची घटना के बारे में लोगों को पता होना चाहिए.
चांदनी अहलावत डबास, बिजनेस हेड ओरिजनल्स एंड स्पेशल प्रोजेक्ट्स, इंडिया टुडे ने कहा, "इंडिया टुडे आर्काइव्स डेटा, दस्तावेजों, तथ्यों और आंकड़ों का खजाना है. जब टीम हमारे पास इस स्टोरी को लेकर आई और हमने सुनी तो हमारे मन में आया कि इस कहानी को लोगों तक जरूर पहुंचाया जाना चाहिए. टीम ने इस कहानी पर खुद जाकर फैक्ट्स को इकट्ठा किया. मामले पर 22,000 से ज्यादा पन्नों को पढ़ा, 57 से ज्यादा लोगों के इंटरव्यूज लिए जो 300 घंटे से अधिक के थे. सिर्फ इतना ही नहीं, इस केस पर उन जगहों पर जाकर फैक्ट्स इकट्ठे किए गए जो अनजान थीं. इस डॉक्यूमेंट्री सीरीज को एक साथ लाने के लिए काफी मेहनत की गई है. मुझे खुशी है कि हम इस कहानी को दुनिया भर के दर्शकों तक पहुंचाने के लिए प्राइम वीडियो के साथ साझेदारी कर रहे हैं.