Congress के बाद BJP की भी बड़ी बैठक 19 मई से राजस्थान में, PM Modi लेंगे हिस्सा
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Congress के चिंतन शिविर के बाद BJP के बड़े नेताओं की राजस्थान में बैठक 19 मई को शुरू होने जा रही है. PM Modi इस बैठक के आखिरी दिन संबोधित करेंगे.
राजस्थान इस समय मई की गर्मी झेल रहा है लेकिन ऐसा लग रहा है कि राज्य में सियासी तापमान इससे भी ज्यादा बढ़ने वाला है. कल से उदयपुर में कांग्रेस का चिंतन शिविर शुरू होने जा रहा है तो वहीं आज खबर आई है कि बीजेपी के पदाधिकारियों की बैठक भी 19 मई से जयपुर के लीला होटल में शुरू होने जा रही है. बैठक के आखिरी दिन यानी 21 मई को पीएम मोदी पार्टी के नेताओं को वर्चुअली संबोधित करेंगे. मिली जानकारी के मुताबिक 19 मई को दोपहर 2 बजे बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा पहुंचेंगे और शाम 6 बजे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिवों को संबोधित करेंगे. 20 मई को जेपी नड्डा राज्य के संगठन मंत्रियों की मीटिंग लेंगे. 21 मई को राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष, पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों, राज्य के संगठन मंत्रियों का एक संयुक्त सत्र होगा जिसको पीएम मोदी वर्चुअली संबोधित करेंगे. खास बात ये है कि बैठक के आखिरी दिन बीजेपी के तीनों पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और अमित शाह भी शामिल होंगे.
राजस्थान में साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं. दोनों पार्टियां इसको देखते हुए तैयारियां शुरू कर दी हैं. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले होने वाला ये इलेक्शन एक तरह से सेमीफाइनल की तरह होगा और इसके नतीजे पूरे देश में संदेश की तरह होंगे.
राजस्थान में दोनों ही राष्ट्रीय पार्टियां आपसी खींचतान को भी झेल रही हैं. कांग्रेस जहां सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच खाई को पाटने में लगी है तो बीजेपी भी वसुंधरा राजे और प्रदेश सतीश पुनिया और उनके साथ केंद्रीय गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच फंसी हुई है. वसुंधरा की कोशिश है कि हर बार की तरह पार्टी उन्हे ही सीएम पद के लिए चेहरा बनाए.
फिलहाल दोनों पार्टियों के केंद्रीय नेतृत्व के राजस्थान पहुंचने के पीछे मकसद इस आपसी खींचतान को कम करके कार्यकर्ताओं में एकजुटता का संदेश देना है.
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.