
Bihar: 8 साल बाद उपेंद्र कुशवाहा की हुई घर वापसी, जानिए किस वजह से गए थे नीतीश से दूर
Zee News
RLSP Merger in JDU: जेडीयू ऑफिस में उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी RLSP का आज विलय जनता दल यूनाइटेड में कर दिया. इसके साथ ही आठ वर्षों पर उपेंद्र कुशवाहा एक बार फिर नीतीश कुमार के साथ हो गए.
Patna: आखिरकार तमाम कयासों पर विराम लगाते हुए आज पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू के हो गए. इसके साथ ही लंबे समय से चला रही तमाम उठापठक का भी अंत हो गए. राजधानी पटना में जेडीयू ऑफिस में उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी RLSP का आज विलय जनता दल यूनाइटेड में कर दिया. इसके साथ ही आठ वर्षों के बाद उपेंद्र कुशवाहा एक बार फिर नीतीश कुमार के साथ हो गए. विलय के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, 'बिना शर्त इस घर मे मैंने नीतीश जी के नेतृत्व में सेवा करने का फैसला लिया है. आगे जो भी उतार चढ़ाव हो वो नीतीश कुमार के नेतृत्व में होगा. उपेंद्र कुसवाह ने बहुत उतार चढ़ाव देखा है. अब आगे जो भी देखेंगे नीतीश के नेतृत्व में देखेंगे.' पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'बिहार में काम हुआ है लेकिन आगे और भी काम करने की जरूरत है. नीतीश कुमार जो भी फैसला लेंगे हम उनके साथ हैं. पार्टी को मजबूती देने की जरूरत है. बिहार ही नहीं देश को JDU से अपेक्षा है. फिर से JDU को नंबर 1 बनाना है. हमें धर्मनिरपेक्षता सामाजिक न्याय के साथ मजबूती के साथ खड़ा रहना है.' वहीं, वशिष्ठ नारायण सिंह की भूमिका पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि वशिष्ठ नारायण सिंह की बड़ी भूमिका रही है. वह हमारे पीछे डंडा लेकर खड़े रहे इसके लिए आभार है.'
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









