
AMU Ruckus Row: धार्मिक नारेबाजी के मामले में एक छात्र निलंबित, अज्ञात लोगों पर FIR दर्ज
AajTak
AMU Ruckus Row: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में धार्मिक नारेबाजी के मामले में धारा 153 बी और 505 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. श्री राम भक्त ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष योगेश वार्ष्णेय की तहरीर पर केस दर्ज किया गया. धार्मिक नारेबाजी करने वाले छात्र की पहचान कर ली गई है और उसे निलंबित भी कर दिया गया है.
AMU Ruckus Row: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में गणतंत्र दिवस के दिन धार्मिक नारेबाजी किए जाने के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. थाना सिविल लाइन पुलिस ने धारा 153 बी और 505 के तहत मुकदमा दर्ज किया है. बन्ना देवी थाना क्षेत्र के रहने वाले और श्री राम भक्त ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष योगेश वार्ष्णेय ने तहरीर थाना बन्नादेवी में दी थी, लेकिन मामला थाना सिविल लाइन्स का होने के कारण वहां भेजा गया, जिस पर देर रात अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.
धार्मिक नारे लगाने वाले छात्र का नाम वाहिदुज्जमा
एएमयू में धार्मिक नारे लगाने के मामले में छात्र की पहचान भी कर ली गई है. छात्र पहचान पश्चिम बंगाल के रहने वाले वाहिदुज्जमा के रूप में हुई है. वह बीए फर्स्ट ईयर में पढ़ता है. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने तीन सदस्य इंक्वायरी कमेटी भी मामले में बना दी है जो पूरे मामले की जांच करेगी और नारे लगाने वाले छात्र को निलंबित भी कर दिया गया है.
अनिल राजभर बोले- दूषित मानसिकता के लोग
यूपी सरकार के मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि अलीगढ़ की घटना की जांच होनी चाहिए. यह दूषित मानसिकता के लोग हैं. जिन्हें भारत का विकास अच्छा नहीं लगता, समय-समय पर ऐसा करते हैं. उन्होंने कहा कि एनसीसी के कैडेट भारत का भविष्य हैं. उनके मन में किस तरीके का बीज बोया जा रहा है और जब हम कहते हैं कि ऐसी संस्थाओं से देश के खिलाफ साजिश हो रही है तो बखेड़ा किया खड़ा किया जाता है.
AMU की घटना एक साजिश: सपा

Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









