Amravati Murder Case: 'हत्या का कारण पुलिस ने भी नहीं बताया', अमरावती हत्याकांड में मृतक के भाई
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उदयपुर की तरह अमरावती में भी खौफनाक हत्याकांड सामने आया है. ये वारदात 21 जून की है. और अब तक 6 आरोपी पकड़े भी गए हैं लेकिन अमरावती पुलिस ने इस मामले में जिस तरह से कार्रवाई की उसके चलते सवाल उठने लगे, हंगामा बढ़ा जिसके बाद अब ये मामला भी NIA के हवाले कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि अमरावती में एक केमिस्ट की हत्या इसलिए की गई, क्योंकि उसने नूपुर शर्मा के पक्ष में कई बातें सोशल मीडिया पर कहीं थी. अमरावती में केमिस्ट की हत्या के बाद, उमेश कोल्हे के भाई ने मीडिया से खास बातचीत की. सुनिए क्या कहा हत्याकांड में मारे गए उमेश कोल्हे के भाई का.
राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.