
6 महीने, 16 ग्रेनेड हमले और पुलिस एक्शन... पंजाब में आतंकी-माफिया गठजोड़ की साजिश बेनकाब
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पुलिस का मानना है कि यह हमला राज्य में धार्मिक सद्भाव बिगाड़ने की साजिश का हिस्सा था, जिसे ISI का समर्थन हासिल था. जांचकर्ता पाकिस्तान स्थित खालिस्तानी आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंदा और गैंगस्टर हैप्पी पासिया के बीच संभावित संबंधों की भी जांच कर रहे हैं.
पंजाब पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए घटना के मात्र 12 घंटे के भीतर वरिष्ठ भाजपा नेता मनोरंजन कालिया को निशाना बनाकर किए गए ग्रेनेड हमले के मामले को सुलझा लिया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, ग्रेनेड फेंकने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और वह फिलहाल हिरासत में है. हमले में इस्तेमाल किया गया ई-रिक्शा भी पुलिस ने बरामद कर लिया है.
इस मामले की जांच में सीमा पार से जुड़ी एक बड़ी साजिश का पता चला है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि हमले का मास्टरमाइंड जीशान अख्तर है, जो कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी है. ये वही जीशान है, जो हाई-प्रोफाइल बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में भी वॉन्टेड है और माना जाता है कि अब वह पंजाब को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे तत्वों के साथ मिलकर काम कर रहा है.
पुलिस का मानना है कि यह हमला राज्य में धार्मिक सद्भाव बिगाड़ने की साजिश का हिस्सा था, जिसे ISI का समर्थन हासिल था. जांचकर्ता पाकिस्तान स्थित खालिस्तानी आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंदा और गैंगस्टर हैप्पी पासिया के बीच संभावित संबंधों की भी जांच कर रहे हैं, जिससे पता चलता है कि सीमा पार से संचालित आतंकवादी संगठनों और संगठित अपराध सिंडिकेट के बीच गहरी सांठगांठ है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, 'यह कोई अकेली घटना नहीं है, बल्कि पंजाब में अशांति पैदा करने के लिए सावधानीपूर्वक रची गई सीमा पार की साजिश है.' चलिए अब आपको बताते हैं कि पिछले कुछ महीनों में इस तरह की कितनी घटनाएं सामने आई हैं.
छह महीने, 16 ग्रेनेड हमले ऐसे हमले एक चिंताजनक परेशानी के तौर पर देखे जा रहे हैं. पंजाब ने पिछले छह महीनों में पुलिस प्रतिष्ठानों, निजी आवासों, धार्मिक स्थलों और राजनीतिक हस्तियों को निशाना बनाकर 16 ग्रेनेड हमले देखने को मिले हैं. इन विस्फोटों का पैटर्न अक्टूबर 2024 के मध्य से शुरू होकर 8 अप्रैल, 2025 तक जारी है. यह सीमावर्ती राज्य में कानून और व्यवस्था को लेकर गंभीर चिंता पैदा करता है.
इनमें से पहली घटना 29 नवंबर, 2024 को हुई थी, जब अमृतसर के गुरबख्श नगर में एक पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फेंका गया था. ठीक तीन दिन बाद, 2 दिसंबर को, नवांशहर (एसबीएस नगर) में अंसारो पुलिस चौकी पर इसी तरह का हमला हुआ.

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