
35 साल बाद परिवार में हुई बेटी की पैदाईश, तो दादा हुए खुश, हेलीकॉप्टर से लेने पहुंचे, कही ये बड़ी बात
Zee News
माचार एजेंसी एएनआई को दादा मदनलाल ने कहा, "35 साल बाद हमारी फैमिली में एक बेटी हुई है. इसलिए हमने यह इंतजाम किया है. मैं उस बच्ची के सभी सपने पूरे करूंगा.
नागौर: राजस्थान (Rajasthan) के नागौर (Nagaur) जिले के एक गांव के एक शख्स ने बुधवार को अपनी नवमौलूद बेटी को उनके नाना के घर लाने के लिए एक हेलीकॉप्टर किराए पर लिया. हनुमान प्रजापत की बीवी चुकी देवी ने 3 मार्च को नागौर जिला अस्पताल में अपनी बेटी रिया को जन्म दिया. वहां से वह पच्चे की देखभाल के लिए बच्चे के साथ हरसोलाव गांव में अपने माता-पिता के घर चली गईं. Rajasthan: A family from a village in Nagaur district hired a helicopter to bring home their new born girl child. प्रजापत ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को फोन पर बताया "हम अपनी बेटी की आमद को निहायत खार बनाना चाहते थे और दिखाना चाहता था कि मैं अपने फैमीली से कितना प्यार करता हूं.''
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









