)
22 जनवरी को 12:20 पर प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त, 120 फुट लंबी धूपबत्ती से सुगंधित होगा राम मंदिर
Zee News
चंपत राय ने कहा है कि 22 जनवरी को पास-पड़ोस के लोगों के साथ अपने नजदीकी मंदिर में जाएं और भजन-कीर्तन करें. इस बीच गुजरात के वडोदरा से 108 फीट लंबी धूप बत्ती अयोध्या लाई जा रही है.
अयोध्या. आगामी 22 जनवरी को दोपहर में 12:20 पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त है. पौष शुक्ल द्वादशी दिन प्राण प्रतिष्ठा होगी. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक डॉ. मोहन भगवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत बड़ी संख्या में दिग्गज मौजूद रहेंगे. इतना ही नहीं देश के विभिन्न क्षेत्रों से मठ-मंदिरों के चार हजार से अधिक संत, महंत और साधु-संन्यासी भी रहेंगे. 125 से अधिक परंपराओं तथा उपासना पद्धतियों से जुड़े आचार्य, मंडलेश्वर, महामंडलेश्वर भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में उपस्थित रहेंगे. संपूर्ण विश्व के श्रीराम भक्तों को श्रीरामलला के "प्राण प्रतिष्ठा" कार्यक्रम के संबंध में संदेश।
— Champat Rai (@ChampatRaiVHP)

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









