![20 दिनों में यूं बदल गई गाजा की तस्वीर, खाने-तेल के लिए लंबी लाइनें... जानें- बच्चों के हाथ में क्यों बांधे जा रहे रंगीन धागे](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202310/gaza-3_0-sixteen_nine_0.png)
20 दिनों में यूं बदल गई गाजा की तस्वीर, खाने-तेल के लिए लंबी लाइनें... जानें- बच्चों के हाथ में क्यों बांधे जा रहे रंगीन धागे
AajTak
सैटेलाइट तस्वीरें गाजा पट्टी के अल-कारमेन और अटात्रा इलाके की हैं. जिन्हें इजरायली डिफेंस फोर्सेस ने एयर स्ट्राइक कर तबाह कर दिया. गाजा में रहने वाले लोग भी सोशल मीडिया पर वीडियो और तस्वीरें पोस्ट कर रहे हैं, जिसमें इजरायली वायु सेना द्वारा किए गए नुकसान को दिखाया गया है.
इजरायल-हमास के बीच बीते 20 दिन से जंग जारी है. इन 20 दिनों में गाजा की तस्वीर पूरी तरह बदल गई है. कई इमारतें खंडहर में तब्दील हो चुकी हैं. इजरायली रॉकेटों के हमलों से गाजा में पूरे के पूरे शहर तबाह हो गए हैं. रोते-बिलखते बच्चे, घरों से उठता धुआं, खाने-पीने की चीजों के लिए लंबी कतारें, अस्पतालों में इलाज के लिए घंटों इंतजार... ये गाजा की जमीनी हकीकत है. इजरायली हमलों ने किस तरह गाजा पर कहर बरपाया है इसकी तस्दीक सैटेलाइट तस्वीरें करती हैं. मैक्सार टेक्नोलॉजी द्वारा सैटेलाइट इमेज जारी की है. इसमें गाजा पर इजरायली अटैक से पहले और बाद की तस्वीरों से तुलना की गई है. इसके साथ ही लोग अपने बच्चों के हाथ में रंगीन धागे बांध रहे हैं. इसके पीछे की वजह हैरान करने वाली है.
सैटेलाइट तस्वीरें गाजा पट्टी के अल-कारमेन और अटात्रा इलाके की हैं. जिन्हें इजरायली डिफेंस फोर्सेस ने एयर स्ट्राइक कर तबाह कर दिया. गाजा में रहने वाले लोग भी सोशल मीडिया पर वीडियो और तस्वीरें पोस्ट कर रहे हैं, जिसमें इजरायली वायु सेना द्वारा किए गए नुकसान को दिखाया गया है. 7 अक्टूबर को हमास के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से इजरायली वायुसेना लगातार अटैक कर रही है. इनमें से कई हथियार डिपो और हमास की सुरंगें शामिल हैं, जिन्हें नष्ट किया गया है.
गाजा के शहरों पर इजरायल बरसा रह बम
11 अक्टूबर को इजरायली वायु सेना के चीफ ऑफ स्टाफ ओमर टीशलर ने कहा था कि उनकी सेना "दिन और रात के बीच कोई अंतर किए बिना" हमास के आतंकवादियों पर "चौबीसों घंटे" हजारों बम गिरा रही है. तस्वीरों से पता चलता है कि हवाई हमले गाजा के कई इलाकों को तहस-नहस कर रहे हैं. जहां हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के आतंकवादी छिपे हुए हैं. टिशलर ने कहा कि वायु सेना हर जगह उनका शिकार कर रही है. इसमें आक्रमणकारियों से लेकर गाजा में बाहर कदम रखने वाले किसी भी व्यक्ति तक और अंदर छिपे आतंकवादियों को भी टारगेट किया जा रहा है.
गाजा में खाने पीने के भी लाले
चाइना ग्लोबल टेलीविज़न नेटवर्क के मुताबिक गाजा के एक शहर में सोमवार को इजरायल ने बमबारी की थी. अब यहां हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि लोगों को खाने के लिए भी मशक्कत करनी पड़ रही है. पेट्रोल पंप और गैस स्टेशनों पर लोग घंटों तक लाइन में लगे हुए हैं, ताकि उन्हें पेट्रोल-डीजल मिल सके. आलम ये है कि गैस और केरोसिन नहीं होने के कारण लोगों को लकड़ी की आग पर खाना पकाना पड़ रहा है.
![](/newspic/picid-1269750-20240610081735.jpg)
जम्मू-कश्मीर के रियासी में आतंकियों ने घात लगाकर तीर्थयात्रियों की बस पर हमला किया. अटैक के बाद गाड़ी खड्ड में जा गिरी, जिसमें 10 मौतें हो चुकीं. घटना नई कैबिनेट के शपथ ग्रहण के दौरान हुई. अब विपक्ष इसे लेकर हमलावर है. वो आरोप लगा रहा है कि जम्मू-कश्मीर एक बार फिर टैरर हॉटस्पॉट बन चुका. जानिए, क्या कहते हैं आंकड़े.
![](/newspic/picid-1269750-20240610064813.jpg)
पीएम मोदी ने रविवार को रिकॉर्ड लगातार तीन बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. कैबिनेट में 33 ऐसे मंत्री हैं, जो पहली बार मंत्री बने हैं. इस बार सात महिलाओं को कैबिनेट में शामिल किया गया है. वहीं, छह मंत्री ऐसे हैं, जो मुख्यमंत्री रह चुके हैं. इनमें शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर और एचडी कुमारस्वामी जैसे नाम शामिल हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20240610054530.jpg)
जम्मू कश्मीर में आतंकियों ने घात लगाकर तीर्थयात्रियों से भरी बस पर हमला किया, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई. ये बस कटरा के माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही थी. रिय़ासी जिले के पोनी के तेरयाथ गांव से गुजर रही थी तभी घात लगाकर बैठे आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. न्यूज बुलेटिन में देखें बड़ी खबरें.
![](/newspic/picid-1269750-20240610054351.jpg)
उस बस की तस्वीर सामने आई है जिस पर कल शाम जम्मू कश्मीर में आतंकी हमला हुआ था. ये तस्वीर हमले के ठीक पहले की है. सीसीटीवी की इस तस्वीर में कल शाम छह बजे का वक्त है. रियासी में बस पर हमला कल शाम करीब सवा छह बजे के करीब हुआ था. यूपी के तीर्थयात्रियों से भरी बस पर आतंकियों ने फायरिंग की थी, जिसमें दस तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी.