15 साल की तैयारी, फिर टीचर की किडनैपिंग... 53 दिनों तक ऐसे लेता रहा बदला
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कहानी एक अमेरिकन टीचर की जिसे उसके ही पूर्व छात्र ने बेटी समेत किडनैप कर लिया और 53 दिनों तक उन्हें टॉर्चर देता रहा. आखिर उस स्टूडेंट ने उन दोनों के साथ ऐसा क्यों किया? वजह जब सामने आई तो सभी सभी के होश उड़ गए. क्या था पूरा मामला चलिए जानते हैं.
1960 से 1970 का दशक. अमेरिका के मिनिसोटा (Minnesota, America) में मैरी स्टॉफर (Mary Stauffer) नामक टीचर रहा करती थी. समय बीतता गया मैरी की शादी इर्व (Irv) नामक शख्स से करवा दी गई. दोनों के दो बच्चे हुए. जिसमें एक लड़का और एक लड़की थे. यह परिवार कट्टर इसाई परिवार था. जो कि पूजा पाठ में काफी यकीन रखता था. वे लोग अक्सर पूजा पाठ के सिलसिले में फिलीपीन्स आया जाया करते थे.
दिन बीतते रहे. फिर आया 1980 का समय. वे लोग हर बार की तरह एक पूजा के लिए फिलीपीन्स जाने की तैयारी कर रहे थे. 20 मई 1980 के दिन उन्हें फिलीपीन्स के लिए निकलना था. लेकिन वे नहीं जानते थे कि इससे पहले उनके साथ क्या होने वाला है. Daily Mail के मुताबिक, 16 मई 1980 की सुबह 11 बजे मैरी अपनी 8 वर्षीय बेटी बैथ (Beth) के साथ सैलून के लिए निकली. दोपहर डेढ़ बजे जब दोनों वापस सैलून से बाहर निकलीं. दोनों अपनी गाड़ी की तरफ जाने लगीं कि तभी पीछे से एक शख्स ने मैरी के पीछ बंदूक तान दी. फिर धीरे से कहा कि 'हिलना मत. मैं जैसा कहता हूं वैसा करती जाओ, नहीं तो गोली चला दूंगा.'
उसकी बातें सुनकर मैरी डर गई. फिर उस शख्स ने उन्हें उनकी गाड़ी की तरफ चलने को कहा. इसके बाद बंदूक की नोक पर दोनों को कार में बैठाया. मैरी को गाड़ी चलाने को कहा और बैथी को पीछे बैठा दिया. फिर वो शख्स मैरी को अपनी बताई दिशाओं की तरफ चलने को कहने लगा. उसके हाथ में बंदूक थी इसलिए मैरी वैसा ही कर रही थी जैसा वो आदमी उसे करने को कह रहा था. तभी उन्होंने देखा कि आगे एक जगह पुलिस चेकिंग कर रही है. मैरी ने राहत की सांस ली और सोचा कि अब वह बच सकते हैं. लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
उस शख्स ने वापस अपनी बंदूक मैरी की तरफ तान दी और कहा कि तुम पुलिस के सामने कोई भी हरकत मत करना जिससे उन्हें शक हो. नहीं तो मैं तुम्हें और तुम्हारी बेटी को मार डालूंगा. इसके बाद मेरा जो होगा वो होगा. उससे मुझे फर्क नहीं पड़ता. यह सुनकर मैरी और ज्यादा डर गई और उसने पुलिस के सामने ऐसा कुछ भी नहीं किया जिससे पुलिस को उस आदमी पर शक हो. फिर आगे जाकर एक जगह उसने गाड़ी रुकवाई. वहां उस शख्स ने दोनों को उतारा और एक दूसरी गाड़ी के पास ले गया. उसने दोनों से कहा कि वे दोनों उस गाड़ी की डिग्गी में बैठ जाएं.
लेकिन डिग्गी काफी छोटी थी. मैरी ने कहा कि हम इसमें नहीं बैठ पाएंगी. शख्स ने फिर भी जबरदस्ती उन्हें गाड़ी की डिग्गी में ठूंस दिया और दोनों के मुंह में डॉक्टर टेप लगा दी. लेकिन उसे नहीं पता था कि ये सब कुछ कोई और भी देख रहा है. दरअसल, वहीं पास में दो छोटे बच्चे भी खेल रहे थे. उन्होंने जब ये सब होता देखा तो उनमें से 6 साल का जेसन विल्कमैन (Jason Wilkman) वहां आ गया. उसने पूछा कि अंकल ये आप क्या कर रहे हो?
अलग-अलग अल्मारियों में किया बंद जैसे ही उस शख्स ने जेसन को देखा तो उसे भी मां बेटी के साथ गाड़ी की डिग्गी में डाल दिया. फिर आगे जाकर बीच किसी रास्ते में गाड़ी रोकी और जेसन को निकालकर कहीं ले गया. थोड़ी देर बाद वह फिर लौटा और गाड़ी चलाकर दोनों मां-बेटी को अपने घर ले आया. घर आते ही मैरी ने पूछा कि वो बच्चा कहां है? तो शख्स ने कहा कि मैंने उसे बीच रास्ते में कहीं छोड़ दिया है. इसके बाद वह शख्स मैरी और बैथ को एक कमरे में ले गया. कमरा देखकर मां-बेटी हैरान रह गए. दरअसल, यहां उस शख्स ने दो अल्मारियां बनाईं थीं. पहले उसने मैरी फिर बैथ को लोहे की जंजीर से बांधा और उन्हें अलग-अलग अल्मारियों में बंद कर दिया. इन अल्मारियों में वे सिर्फ खड़ी रह सकती थीं. इसके अलावा वे बिल्कुल भी हिल डुल नहीं सकती थीं.