
12वीं के बाद करें ये पांच जॉब ओरिएंटेड प्रोफेशनल कोर्स, खूब मिलेगा पैसा, शोहरत और सम्मान
Zee News
अगले माह 12वीं के इम्तहान होंगे, जिसके बाद स्टूडेंट्स के सामने एक बड़ा सवाल होगा कि अब वह क्या करें? 12वीं के बाद ऐसे कई प्रोफेशनल कोर्स हैं जिसे पूरा कर वह अपना करिअर बना सकते हैं
नई दिल्लीः अपने मुल्क में बहुत से ऐसे स्टूडेंट्स हैं जो 12वीं के बाद कई वजहों से अपनी पढ़ाई जारी नहीं रख पाते हैं. ऐसे छात्र चाहकर भी उन प्रोफेशन को नहीं अपना पाते हैं जिनके लिए न्यूनतम योग्यता ग्रेजुएशन तय की गई है. हालांकि ग्रेजुएशन नहीं कर पाने वाले 12वीं पास स्टूडेंट्स के लिए भी मार्केट में ढेर सारे प्रोफेशनल कोर्स मौजूद हैं जिनकी पढ़ाई करके वह अचछी नौकरी और उसमें खूब सारा पैसा, शोहरत और इज्ज़त कमा सकते हैं. आइये ऐसे कुछ कोर्स के बारे में हम जानने की कोशिश करते हैं, लैंग्वेज कोर्स अगर आपको कोई विदेशी जुबान सीखने और उन देशों के कल्चर को जानने में दिलचस्पी है तो लैंगवेज कोर्स आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा. आप जर्मन, स्पैनिश, फ्रेंच, जैपनीज, चाइनीज और अरबी जैसी विदेशी जुबान सीखकर टूरिस्ट गाइड, ट्रांस्लेटर, इंटरप्रीटर या किसी कंपनी में नौकरी कर सकते हैं. इसमें सर्टिफिकेट कोर्स से लेकर, डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा और तीन साल तक का ग्रेजुएशन कोर्स आसानी से किसा जा सकता है.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









