
10वीं, 12वीं, UG और PG के स्टूडेंट्स के लिए स्कॉलरशिप का हुआ ऐलान, ऐसे कर सकते हैं अप्लाई
Zee News
Medhavi Scholarship Scheme 2021: मेधावी कौमी स्कॉलरशिप को हासिल करने के लिए स्टूडेंट्स को एक एग्जाम के मरहले से गुज़रना होगा. ये एग्जाम 25 जुलाई 2021 को कराया जाएगा.
नई दिल्ली: ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट मिशन (HRDM) की मेधावी कौमी स्कॉलरशिप स्कीम के तहत 10वीं से लेकर पोस्टग्रेजुएट पास स्टूडेंट्स के लिए स्कॉलरशिप का ऐलान किया गया है. फिलहाल इस स्कॉलरशिप के लिए ऑनलाइन दर्खास्त जमा करने का भी अमल शुरू हो गया है. स्टूडेंट्स मेधावी ऐप के जरिए दरखास्त जमा कर सकते हैं. कब तक कर सकते हैं अप्लाई अभी स्टूडेंट्स के पास दर्खास्त जमा करने के लिए 15 जुलाई तक का वक्त है. इस स्कॉलरशिप को हासिल करने के लिए स्टूडेंट्स को एक एग्जाम के मरहले से गुज़रना होगा. ये एग्जाम 25 जुलाई 2021 को कराया जाएगा.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









