ज़ुबैर के ख़िलाफ़ शिकायत करने वाला ट्विटर एकाउंट टेक फॉग ऐप और भाजयुमो नेता से संबद्ध
The Wire
एक्सक्लूसिव: द वायर की पड़ताल में गुजरात के एक भाजयुमो नेता से जुड़े ट्विटर एकाउंट्स का एक नेटवर्क सामने आया है, जिसका इस्तेमाल ऑल्ट न्यूज़ के ख़िलाफ़ संगठित हमले करने के लिए किया गया था.
नई दिल्ली: द वायर की पड़ताल बताती है कि पत्रकार और ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी लंबे समय से अनाम और अप्रमाणिक ट्विटर एकाउंट्स के एक नेटवर्क द्वारा किए जा रहे संगठित प्रयासों का नतीजा है, जो गुजरात के भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) और हिंदू युवा वाहिनी के सह-संयोजक विकास अहीर से संबद्ध है. What would you call it? This person openly hurting the religious freedom of Hindus. @DelhiPolice @DCP_CCC_Delhi Kindly take action https://t.co/UBgQ5YlN8W गणेश भगवान का अपमान नही सहेगा हिंदुस्तान 😡#ArrestPratikSinha #ArrestPratikSinha@YogiDevnath2 @ROMESHSHAH2 @beingarun28 @rakesh_bstpyp @Rajput_Ramesh @mvikashahir pic.twitter.com/qEOssO3W9d DONT TARGET RAM BHAKT GOPAL IN FAKE WAY#पंचरपुत्र_ही_गौतस्कर_हैhttps://t.co/P3yXZ3jMbZ pic.twitter.com/940xol8snV
दिल्ली पुलिस ने जुबैर को उनके एक ट्वीट से कथित रूप से धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप आईपीसी की धारा 153ए और 295ए के तहत 27 जून को गिरफ्तार किया था. — Hanuman Bhakt (@balajikijaiin) June 27, 2022 — Vikash ahir office (@mvikashahir) September 23, 2021 — Vikash Ahir 🇮🇳 (@team_hyv) April 29, 2022
ज़ुबैर के ख़िलाफ़ पुलिस में दर्ज एफआईआर में कहा गया था, ‘हनुमान भक्त (@balajikijaiin) नामक ट्विटर हैंडल से, मोहम्मद ज़ुबैर (@zoo_bear) के ट्विटर हैंडल द्वारा किए गए एक ट्वीट को साझा किया गया था जिसमें जुबैर ने एक फोटो ट्वीट किया था. जिस पर साइनबोर्ड पर होटल का नाम ‘हनीमून होटल’ से बदलकर ‘हनुमान होटल’ दिखाया गया था. तस्वीर के साथ जुबैर ने ‘2014 से पहले हनीमून होटल… 2014 के बाद हनुमान होटल…’ लिखा था.’
मालूम ही कि यह फोटो 1983 की ऋषिकेश मुखर्जी द्वारा निर्देशित फिल्म ‘किसी से न कहना‘ के एक दृश्य का स्क्रीनशॉट था.