
हरियाणा चुनाव से पहले कमजोर पड़ी दुष्यंत चौटाला की JJP? 10 MLA में से 4 ने दिया इस्तीफा, तीन ने बनाई पार्टी से दूरी
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पार्टी विधायकों के JJP छोड़ने का सबसे बड़ा कारण पार्टी का कमजोर होना है. 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी का वोट शेयर 14.9% था, जो कि 2024 में घटकर 0.87 प्रतिशत रह गया है. वहीं, इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए जेजेपी महासचिव दिग्विजय चौटाला ने पार्टी के 4 विधायकों को 'अवसरवादी' बताया है.
हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा सियासी उथल-पुथल देखने को मिल रहा है. करीब 4.5 साल तक बीजेपी की गठबंधन सहयोगी के रूप में सत्ता में रही किंग मेकर जननायक जनता पार्टी (JJP) के 4 विधायक पार्टी छोड़कर चले गए हैं. जबकि तीन विधायकों ने पार्टी से दूरी बना लगी है. लिहाजा जेजेपी के कुल 10 विधायकों में से सिर्फ तीन विधायक ही व्यावहारिक रूप से पार्टी के साथ बचे हैं.
इन चार विधायकों ने दिया पार्टी से इस्तीफा पिछले 24 घंटे में पूर्व श्रम मंत्री और उकलाना विधायक अनूप धानक, शाहाबाद विधायक रामकरण काला, गुहाला चीका विधायक ईश्वर सिंह और टोहाना विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री देवेंद्र बबली समेत 4 विधायकों ने पार्टी छोड़ दी है.
इन तीन विधायकों ने बनाई पार्टी से दूरी
पार्टी छोड़ने वाले 4 विधायकों के अलावा नरवाना विधायक राम निवास सुरजाखेड़ा, बरवाला विधायक जोगी राम सिहाग और नारनौंद विधायक राम कुमार गौतम ने विभिन्न कारणों से खुद को पार्टी से अलग कर लिया है.
JJP के पास सिर्फ ये तीन MLA संकटग्रस्त जेजेपी के पास पार्टी के सिर्फ तीन विधायक बचे हैं, जिसमें पूर्व उपमुख्यमंत्री और उचाना विधायक दुष्यंत चौटाला, उनकी मां और बाढड़ा विधायक नैना चौटाला और जुलाना विधायक अमरजीत ढांडा. इसमें 2 सदस्य तो चौटाला परिवार के हैं.

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