हमास और इजरायल में जारी जंग के बीच इस देश का बड़ा फैसला, कहा- देश छोड़ें इजरायली राजदूत
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हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले के बाद इजरायली सेना गाजा में लगातार बमबारी कर रही है. गाजा पर इजरायल के इस हमले को कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्ताव पेट्रो ने यहूदियों पर नाजी द्वारा किए गए अत्याचार से तुलना की थी. जिसके बाद इजरायली राजदूत और कोलंबिया के राष्ट्रपति के बीच सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई थी.
हमास और इजरायल के बीच जारी जंग का असर मध्य पूर्व के साथ-साथ दक्षिण अमेरिकी देशों में भी देखने को मिल रहा है. हमास-इजरायल जंग को लेकर कोलंबिया के राष्ट्रपति और इजरायली राजदूत के बीच सोशल मीडिया पर छिड़ी जुबानी जंग के बाद कोलंबिया सरकार ने इजरायली दूत को माफी मांगकर देश छोड़ने के लिए कहा है.
रिपोर्ट के मुताबिक, कोलंबिया के विदेश मंत्री अल्वारों लेवा ने कहा, "राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो और इजरायल के राजदूत गैली डेगन के बीच हमास को लेकर हुई जुबानी जंग के बाद डेगन को मांफी मांगनी चाहिए और कोलंबिया से चले जाना चाहिए."
कोलंबिया के विदेश मंत्री का यह बयान फिलिस्तीन संगठन हमास और इजरायल की जारी जंग के बीच आया है. गाजा पर इजरायल के इस हमले की तुलना कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्ताव पेट्रो ने यहूदियों पर नाजियों द्वारा किए गए उत्पीड़न से की थी. जिसके बाद इजरायली राजदूत और कोलंबिया के राष्ट्रपति के बीच सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई.
माफी मांगो और चले जाओ- कोलंबिया
कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने एक्स पर लिखते हुए इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट पर गाजा के लोगों के साथ उसी तरह का व्यवहार करने का आरोप लगाया, जो नाजियों ने यहूदियों के साथ किया था. पेट्रो ने आगे लिखा था कि लोकतांत्रिक समाज नाजीवाद को अंतरराष्ट्रीय राजनीति में एक बार फिर से स्थापित करने की अनुमति नहीं दे सकता. इस तरह की नफरत समाज को खत्म कर देगी.
कोलंबियाई राष्ट्रपति की ओर से यह टिप्पणी तब की गई थी, जब इजरायली राजदूत ने पेट्रो से इजरायल में हमास द्वारा किए गए हमले की निंदा करने की अपील की थी. पेट्रो ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि निर्दोष बच्चों को मारना आतंकवाद है. चाहे वह मौत कोलंबिया में हो या फिलिस्तीन में.