'सेवा का विभाग चाहता हूं...', ओपी राजभर ने योगी कैबिनेट में शामिल होने के दिए संकेत
AajTak
ओपी राजभर ने योगी कैबिनेट में शामिल होने के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा है कि वह ऐसा विभाग चाहते हैं जिसमें लोगों की सेवा कर सकें. राजभर कुछ दिन पहले ही अखिलेश यादव को झटका देकर फिर से एनडीए में शामिल हो गए हैं. अब चर्चा है कि उन्हें जल्द ही योगी कैबिनेट में मंत्री बनाया जा सकता है.
अगामी लोकसभा चुनाव से पहले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के अध्यक्ष ओपी राजभर ने एक बार फिर एनडीए में शामिल होकर अखिलेश यादव को तगड़ा झटका दिया है. 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले वह समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में शामिल हो गए थे. लेकिन एक बार फिर बीजेपी का साथ देकर अब उन्होंने यूपी कैबिनेट में विस्तार के संकेत दिए हैं.
उन्होंने कहा कि योगी सरकार को हम लोग मिलकर चलाएंगे और इशारों में यह कह दिया कि वह भी मंत्रिपरिषद में शामिल होंगे. ओमप्रकाश राजभर ने सिर्फ मंत्रिमंडल में शामिल होने की बात नहीं की बल्कि यह भी बताया कि मंत्री बने तो कौन सा मंत्रिमंडल उन्हें मिल सकता है या वह चाहते हैं.
आजतक से खास बातचीत में ओमप्रकाश राजभर ने बताया कि वह सेवा का विभाग चाहते हैं. ऐसे विभाग में काम करना चाहते हैं, जिसमें वह लोगों की सेवा कर सकें, उनके आंसू पूछ सकें. उनका कहना है कि वह समाज कल्याण विभाग में दिव्यांगों के लिए काम करना चाहते हैं, इसलिए उनकी इच्छा है कि ऐसा ही विभाग उन्हें मिले.
एनडीए की बैठक में पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ओमप्रकाश राजभर ने कहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी उनकी कई दौर की बातचीत हो चुकी है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ही उनके लिए अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी दोनों से पैरवी की थी कि उन्हें जल्द एनडीए में शामिल कराया जाए.
इसके बाद माना जा रहा है कि ओमप्रकाश राजभर के बहाने कई और नेताओं की किस्मत खुल सकती है, जो अपने लिए योगी मंत्रिमंडल में राह देख रहे हैं. माना जा रहा है कि इस बार मंत्रिमंडल विस्तार जब होगा तो आधा दर्जन से ज्यादा लोग शपथ लेंगे, जिसमें ओमप्रकाश राजभर के अलावा हाल ही में समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा में लौटे दारा सिंह चौहान भी मंत्री बनेंगे. यही नहीं, कई ऐसे चेहरे जो पिछले योगी मंत्रिमंडल में उनके बेहद खास थे और योगी मंत्रिमंडल के गठन के वक्त उन्हें उम्मीद भी बहुत थी, लेकिन उन्हें जगह नहीं मिली, वह भी योगी मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं.
बता दें कि इस मंत्रिमंडल के बहाने बीजेपी न सिर्फ पिछड़ों को बल्कि पूर्वांचल को भी साधने का प्रयास कर रही है. ओमप्रकाश राजभर के जरिए पूर्वांचल के कई जिले बीजेपी साध लेगी, जिसमें बड़ी तादाद में ओबीसी वोटर हैं. खासकर बलिया, जौनपुर, घोसी, मऊ, लालगंज समेत कई जिलों में बीजेपी 2024 के लिए अपना खोया जनाधार पाने के मूड में है. वहीं दारा सिंह चौहान को शामिल कर पूर्वांचल की चौहान यानी कि नोनिया बिरादरी पर भी बीजेपी ने अपने डोरे डालने शुरू कर दिए हैं.
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मणिपुर की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है. उनका कहना है कि मणिपुर पिछले 1 साल से शांति की प्रतीक्षा कर रहा है. भागवत ने कहा कि संसद में विभिन्न मतों के बीच सहमति बनाना कठिन है, लेकिन यह आवश्यक है. उन्होंने समाज में फैल रही असत्य बातों और कलह पर भी चिंता जताई. मणिपुर में शांति लाने के लिए प्राथमिकता देने की जरूरत पर जोर दिया.