
सिंगापुर: जहरीली गैस की चपेट में आने से भारतीय मूल के व्यक्ति की मौत
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जहरीली गैस की चपेट में आने से सिंगापुर में 23 मई को भारतीय मूल के व्यक्ति की मौत हो गई. शुरुआती जांच में पता चला है कि सुपरसोनिक मेंटेनेंस सर्विसेज के सफाई संचालन प्रबंधक शिवरामन 23 मई को पब्लिक यूटिलिटी बोर्ड के चोआ चू कांग वाटर वर्क्स में एक टैंक की सफाई कर रहे थे. इसी दौरान वह हाइड्रोजन सल्फाइड गैस की चपेट में आ गए.
सिंगापुर में जहरीली गैस की चपेट में आने से भारतीय मूल के व्यक्ति की मौत हो गई. 40 वर्षीय श्रीनिवास शिवरामन तमिलनाडु के रहने वाले थे. जो सुपरसोनिक मेंटेनेंस सर्विसेज में सफाई संचालन प्रबंधक के पद पर काम करते थे. शिवरामन टैंक की सफाई करते समय जहरीली गैस की चपेट में आ गए थे, जिससे उनकी मौत हो गई. वहीं, अपने पिता की मौत से अनजान उनकी 7 और 9 वर्षीय बेटियां अपने पिता के बारे में पूछ रही हैं.
शुरुआती जांच में पता चला है कि सुपरसोनिक मेंटेनेंस सर्विसेज के सफाई संचालन प्रबंधक शिवरामन 23 मई को पब्लिक यूटिलिटी बोर्ड के चोआ चू कांग वाटर वर्क्स में एक टैंक की सफाई कर रहे थे. इस दौरान उनके साथ दो मलेशियाई कर्मचारी भी मौजूद थे. तीनों को जहरीली गैस की चपेट में आने के बाद मौके पर बेहोश पाया गया था.इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने शिवरामन को मृत घोषित कर दिया. जबकि मलेशियाई कर्मचारी एक अस्पताल में गहन देखभाल में हैं. तीनों लोग हाइड्रोजन सल्फाइड गैस की चपेट में आ गए थे
छुट्टी मनाने गए था परिवार
वहीं, गर्मियों की छुट्टियों के लिए सिंगापुर पहुंचे शिवरामन के परिवार के सदस्य उनकी मौत की खबर से टूट गए हैं. द स्ट्रेट्स टाइम्स के अनुसार, शिवरामन की पत्नी नम्रता, उनकी दो छोटी बेटियां 9 वर्षीय महाश्री और 7 वर्षीय निशा 2 मई को सिंगापुर पहुंची थीं और मलेशिया की यात्रा की योजना बना रही थीं. शिवरामन की मृत्यु की खबर मिलने पर वे अगले ही दिन अपने घर तमिलनाडु के गांव कंबरनाथम लौट गए. साथ ही 28 मई को शिवरामन के शव का तमिलनाडु के तंजावुर में अंतिम संस्कार कर दिया.
पिता के बारे में पूछ रही हैं बेटियां
वहीं, सिंगापुर में खाद्य वितरण क्षेत्र में काम करने वाले शिवरामन के जीजा मोहन नवीन कुमार ने कहा, उन्होंने (शिवरामन) अपने परिवार को गार्डन बाय द बे देखने के लिए शाम 5 बजे तैयार रहने को कहा था. उनकी बेटियां बहुत उत्साहित थीं. नवीन कुमार ने स्ट्रेट्स टाइम्स को बताया, ''बेटियां पूछ रही थीं कि हमारे पिता कहां हैं, जिन्होंने सिंगापुर हवाई अड्डे पर हमारा स्वागत किया था.

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