सचिन वाज़े- शोहरत की खातिर बन बैठा एक खौफनाक साजिश का मास्टरमाइंड!
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सचिन वाज़े. ये वो नाम है, जो मुंबई में बहुत आम है. मगर करीब 40 साल पहले तक कोह्लापुर में ये नाम बहुत बदनाम था. बाइक पर दबंगई करने के लिए. पुलिस में नौकरी मिली तो लोगों ने सोचा अब सुधर जाएगा. मगर अब तो उसे वर्दी में दबंगई करने का लाइसेंस मिल गया था. वो ताबड़तोड़ फैसले ले रहा था. आरोपियों को बिना अदालत का इंतज़ार किए खुद ही सज़ा दे रहा था. अब उसे रोकना मुश्किल हो गया था.
पूरे शहर में उसे लोग अब सिरफिरा बाइकर कहने लगे थे. बड़ा मज़ा आता था उसे एक्सीलेटर का कान उमेटने में. साइलेंसर से धू-धू कर के निकलता धुआं उसे खुशी देता था और वो रफ्तार में किसी से पीछे रह जाए, ये उसे गंवारा नहीं था. दिन ब दिन उसकी दीवानगी बढ़ती जा रही थी. 18 बरस की उसकी जवानी उबाल मार रही थी. फिर किसी ने उसे एक मश्वरा दिया. जवानी गंवाने की नहीं. कमाने की चीज़ है और इस मश्वरे ने उसकी रफ्तार की सिम्त बदल दी. भारतीय संविधान के मुताबिक अपने कर्तव्यों का पूरी लगन, निष्ठा और ईमानदारी के साथ पालन करने की कसम खाकर साल 1990 में उस बाइकर ने मुंबई पुलिस फोर्स ज्वाइन की. बतौर सब इंस्पेक्टर उसे पहली पोस्टिंग ही मिली गढ़चिरौली. नक्सल प्रभावित इस इलाके में पुलिसवाले अपनी जान हथेली पर लेकर ड्यूटी करते हैं और इन हालात में वो पहुंचा गढ़चिरौली. उसका नाम था सचिन वाज़े.पूरे देश में इन दिनों गर्मी अपने रिकॉर्ड तोड़ रही है. ऐसे में राजस्थान के अलवर में भगवान को गर्मी से बचाने के लिए जहां कई तरह के उपाय किए जा रहे हैं. मंदिरों में कूलर और एसी लगाए गए हैं. वहीं, भगवान के डाइट चार्ट में बदलाव कर दिया गया है. मंदिरों में भगवान को अब रबड़ी, छाछ और ठंडाई का भोग लग रहा है.
पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने भारत में हो रहे आम चुनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पाक में सब चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी चुनाव हार जाएं, क्योंकि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते तभी बेहतर होंगे. उन्होंने यह भी दावा किया कि पाक में भारत को लेकर नफरत नहीं है, लेकिन वहां (भारत) वो पाकिस्तान को लेकर नफरत पैदा कर रहा है.