संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से, इन मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेर सकता है विपक्ष
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संसद का शीतकालीन सत्र (Parliament winter session) 29 नवंबर से 13 दिसंबर तक चलेगा. 25 दिनों के इस लंबे सत्र में 19 बैठकें होंगी, जो पिछले डेढ़ साल में हुए संसदीय सत्रों की तरह कोविड-19 प्रोटोकॉल के साथ ही होंगी.
संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से 13 दिसंबर तक चलेगा. सोमवार को संसद मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीपीए) ने बैठक की और सत्र बुलाने के लिए राष्ट्रपति को एक सिफारिश भेजी. 25 दिनों के इस लंबे सत्र में 19 बैठकें होंगी, जो पिछले डेढ़ साल में हुए संसदीय सत्रों की तरह कोविड-19 प्रोटोकॉल के साथ ही होंगी. महामारी के कारण 2020 के अंत में कोई शीतकालीन सत्र नहीं हुआ, जबकि 14 सितंबर से 1 अक्टूबर तक होने वाले मानसून सत्र 2020 को COVID-19 के कारण 23 सितंबर को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था.
राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.