
शेयर बाजार में निवेश के बहाने साइबर ठगों ने लगाया था 35 लाख का चूना, ऐसे वापस मिले 18 लाख रुपये
AajTak
पीड़ित बुजुर्ग ने इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी और इस मामले को जांच के लिए साइबर सेल के हवाले कर दिया गया था. इसके बाद, पीड़ित के 18,16,245 रुपये उसके खाते में वापस कर दिए गए.
यूपी के ग्रेटर नोएडा में रहने वाले एक बुजुर्ग को साइबर ठगों ने लगभग 35 लाख रुपये का चूना लगाया था. लेकिन अब पुलिस और साइबर सेल की जांच शुरू होने के बाद पीड़ित के बैंक खाते में 18 लाख रुपये वापस आ गए हैं. हालांकि ठगी की इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की कार्रवाई जारी है.
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने इस मामले में जानकारी देते हुए पीटीआई को बताया कि अल्फा 2 के रहने वाले 71 वर्षीय बुजुर्ग को शेयर बाजार में निवेश के बहाने धोखा दिया गया था. पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि वरिष्ठ नागरिक ने 35 लाख रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत लेकर 3 मार्च को स्थानीय बीटा 2 पुलिस स्टेशन से संपर्क किया था.
पीड़ित बुजुर्ग ने इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी और इस मामले को जांच के लिए साइबर सेल के हवाले कर दिया गया था. इसके बाद, पीड़ित के 18,16,245 रुपये उसके खाते में वापस कर दिए गए. पुलिस ने कहा कि बकाया रकम की वसूली और फर्जी शेयर बाजार ऐप के सरगना आरोपी का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है.
पुलिस ने नागरिकों से ऐसे साइबर अपराधों से सावधान रहने का भी आग्रह किया जो निवेश या त्वरित धन के बहाने लोगों को लुभाते हैं. क्योंकि इस तरह की वारदातें आए दिन हमारे सामने आ रही हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को रूसी भाषा में भगवद गीता का एक विशेष संस्करण भेंट किया है. इससे पहले, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को भी गीता का संस्करण दिया जा चुका है. यह भेंट भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को साझा करने का प्रतीक है, जो विश्व के नेताओं के बीच मित्रता और सम्मान को दर्शाता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कई अनोखे और खास तोहफे भेंट किए हैं. इनमें असम की प्रसिद्ध ब्लैक टी, सुंदर सिल्वर का टी सेट, सिल्वर होर्स, मार्बल से बना चेस सेट, कश्मीरी केसर और श्रीमद्भगवदगीता की रूसी भाषा में एक प्रति शामिल है. इन विशेष तोहफों के जरिए भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को दर्शाया गया है.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.







