शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में CBI की बड़ी कार्रवाई, दो और लोगों को किया अरेस्ट
AajTak
पश्चिम बंगाल के कथित शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में सीबीआई ने दो और लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें एक तापस मंडल और दूसरा नीलाद्रि घोष है. वह गिरफ्तार आरोपी तापस मंडल का करीबी है. सीबीआई का दावा है कि नीलाद्रि शिक्षक भर्ती घोटाले में कथित तौर पर शामिल था.
पश्चिम बंगाल के कथित शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में सीबीआई ने दो और लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें से एक की पहचान तापस मंडल के रूप में हुई है. जबकि एक अन्य बिचौलिया है. तापस मंडल को पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य का करीबी माना जाता है.
दूसरा गिरफ्तार व्यक्ति नीलाद्रि घोष है. वह गिरफ्तार आरोपी तापस मंडल का करीबी है. सीबीआई का दावा है कि नीलाद्रि शिक्षक भर्ती घोटाले में कथित तौर पर शामिल था. टीएमसी के युवा नेता कुंतल घोष की गिरफ्तारी के बाद उसका नाम सामने आया था. कुंतल घोष ने कई बार दावा किया था कि तापस मंडल और उसके करीबी नीलाद्रि घोष भी सीधे तौर पर घोटाले में शामिल हैं. उन्होंने ही उसके खिलाफ साजिश रची है.
बताया जाता है कि टीएमसी यूथ विंग के नेता कुंतल घोष भी स्कूलों में हुई भर्तियों में हुए घोटाले का आरोपी है. कुंतल घोष के हुगली जिले में स्थित आवास पर ईडी ने छापेमारी भी की थी. कुंतल घोष पर साल 2014 से 2021 के बीच नौकरी की चाह रखने वाले लोगों से 19.5 करोड़ रुपये की वसूली करने का आरोप है.
(रिपोर्ट- राजेश शाह)
केरल में ड्राइविंग के दौरान नियमों की धजी उड़ाने वाले शख्स पर कार्रवाई करते हुए मोटर व्हीकल विभाग ने तीन महीने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है. अलप्पुझा के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) आर. रामनन की जांच के बाद आरोपी पुजारी बैजू विंसेंट के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तीन महीने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर किया गया है.
दिल्ली-कनाडा फ्लाइट को बीते सप्ताह उड़ाने की धमकी एक मेल के जरिए दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने 13 साल के एक बच्चे को पकड़ा है. यह मेल बच्चे ने हंसी-मजाक में भेज दिया था. वह यह देखना चाहता था कि धमकी भरा मेल भेजने के बाद पुलिस उसे ट्रेस कर पाती है या नहीं. अब उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा.
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.