शहर-शहर ऑक्सीजन के लिए जंग, दिल्ली हो या लखनऊ एक जैसे हालात
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कोरोना के महाप्रकोप से जूझ रही दिल्ली में हर रोज हजारों की संख्या में केस आ रहे हैं, लेकिन इस वक्त सबसे बड़ा संकट ऑक्सीजन का है. दिल्ली के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन या तो खत्म होने की कगार पर है, या फिर कुछ ही घंटों का स्टॉक बचा है.
जिस दिल्ली में लोग देश के अलग-अलग हिस्सों से इलाज करवाने के लिए आते हैं, वहां आज लोग खुद इलाज के लिए तड़प रहे हैं. कोरोना के महाप्रकोप से जूझ रही दिल्ली में हर रोज हजारों की संख्या में केस आ रहे हैं, लेकिन इस वक्त सबसे बड़ा संकट ऑक्सीजन का है. दिल्ली के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन या तो खत्म होने की कगार पर है, या फिर कुछ ही घंटों का स्टॉक बचा है. दिल्ली के हालात इस वक्त ऐसे हो गए हैं कि मैक्स अस्पताल को ऑक्सीजन सप्लाई की मांग करने के लिए हाईकोर्ट का रुख करना पड़ा, जिसके बाद अदालत ने केंद्र सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए ऑक्सीजन सप्लाई के निर्देश दिए हैं.करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.
लोकसभा चुनाव के आखिरी फेज में प्रचार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. इस बार वे कन्याकुमारी में आध्यात्मिक प्रवास पर हैं. पीएम मोदी 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. स्वामी विवेकानन्द ने भी यहीं तप किया था. पीएम ने 2019 में केदारनाथ, 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ में ध्यान लगाया था.