
वैगनर चीफ प्रिगोझिन का एक हफ्ते में पुतिन को दूसरा झटका, यूक्रेन में लड़ने से किया इनकार
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पिछले हफ्ते प्रिगोझिन के नेतृत्व में वैगनर के भाड़े के सैनिकों ने रूसी के दक्षिणी शहर रोस्तोव पर कब्ज़ा कर मॉस्को की तरफ मार्च करना शुरू कर दिया था. कहा जा रहा था कि किसी भी वक्त पुतिन का तख्तापलट हो सकात है. इसके बाद पुतिन को सफाई देने आना पड़ा था. उन्होंने दो टूक कहा था कि गद्दारी करने वालो को बख्शा नहीं जाएगा.
रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बगावत कर चर्चा में आने वाली देश की प्राइवेट आर्मी वैगनर (Wagner) ने एक बार फिर झटका दे दिया है. वैगनर ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ने से इनकार दिया है.
वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन रूस के रक्षा मंत्रालय के साथ समझौता करने से पीछे हट गए हैं. इसके साथ ही अब वैगनर के भाड़े के सैनिक यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में हिस्सा नहीं लेंगे.
लुकाशेंको ने कराया था समझौता
पिछले हफ्ते प्रिगोझिन के नेतृत्व में वैगनर के भाड़े के सैनिकों ने रूसी के दक्षिणी शहर रोस्तोव पर कब्ज़ा कर मॉस्को की तरफ मार्च करना शुरू कर दिया था. कहा जा रहा था कि किसी भी वक्त पुतिन का तख्तापलट हो सकात है. इसके बाद पुतिन को सफाई देने आना पड़ा था. उन्होंने दो टूक कहा था कि गद्दारी करने वालो को बख्शा नहीं जाएगा.
बाद में बेलारूस के राष्ट्रपति लुकाशेंको की मदद से एक समझौता होने के बाद यह विद्रोह खत्म हो गया था. रूस के प्रिगोझिन के साथ हुए समझौते के अनुसार, प्रिगोझिन को रूस छोड़कर जाने को कहा गया था. उनसे कहा गया था कि आपराधिक आरोपों से बचने के लिए वह पड़ोसी देश बेलारूस में रह सकते हैं. यह भी समझौता हुआ कि वैगनर सेनानियों को दोषमुक्त किया जाएगा और उन्हें रूसी सैन्यबलों में शामिल होने की पेशकश की जाएगी.
इसके साथ ही प्रिगोझिन रूसी सरकार के उस फैसले से भी सहमत हो गए थे कि उनकी सेना यूक्रेन के लिए युद्ध करना जारी रखेगी. इसके तहत वैगनर के भाड़े के सैनिकों को रूसी सेना में शामिल किया जाएगा. लेकिन अब प्रिगोझिन रक्षा मंत्रालय के साथ ऐसा कोई भी समझौता नहीं करना चाहते.

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