
विक्रम मिस्री की यात्रा का चीन ने किया स्वागत, दो दिवसीय दौरे पर बीजिंग जाएंगे विदेश सचिव
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चीन ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री की यात्रा का स्वागत किया और इसे भारत-चीन संबंधों में नए सिरे से सुधार की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया है. यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब लद्दाख क्षेत्र में सैन्य टकराव के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों को सुधारने के कोशिशें जारी हैं.
चीन ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री की यात्रा का स्वागत किया और इसके बारे में पॉजिटिव बातें कही. चीन ने कहा कि यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब लद्दाख में सैन्य टकराव को लेकर चार साल से खराब संबंधों के बाद दोनों देशों के टॉप नेताओं और अधिकारियों की मुलाकात-बात हुई है. पिछले अक्टूबर में राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम मोदी ने कजान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान अपनी बैठक में द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने और बढ़ाने पर अहम आम सहमति बनाई थी.
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने मीडिया से बातचीत में कहा, "हम चीन और भारत के बीच विदेश सचिव-उप मंत्री की बैठक के लिए विदेश सचिव विक्रम मिस्री की चीन यात्रा का स्वागत करते हैं." उन्होंने पीएम मोदी और शी जिनपिंग की कजान में हुई मुलाकात के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि हाल ही में दोनों पक्षों ने इन आम समझ को गंभीरता से लागू करने के लिए काम किया है. चीनी और भारतीय विदेश और रक्षा मंत्रियों ने कई दौर में एक-दूसरे से मुलाकात की.
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समझौते को ग्राउंड पर लागू करने की कोशिशें
हाल के दिनों में देखा गया है कि भारत और चीन दोनों ही देश सीमा पर शांति को लेकर हुए समझौते को ग्राउंड पर लागू करने की तमाम कोशिशें कर रहे हैं. चीनी और भारतीय विदेश मंत्रियों ने भी कई स्तर की बातचीत की.
दोनों देशों के बीच विशेष प्रतिनिधि लेवल की भी बातचीत की हुई, जिसमें चीनी विदेश मंत्री वांग यी से एनएसए अजीत डोभाल ने मुलाकात की थी. पांच साल के अंतराल पर हुई इस मीटिंग का काफी पॉजिटिव रिस्पॉन्स देखा गया.

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