रेस्टोरेंट के खाने को लेकर झगड़ा, पत्नी ने पति को उतारा मौत के घाट, रेल ट्रैक पर मिली लाश
AajTak
बिहार के वैशाली में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. रेस्टोरेंट के खाने को लेकर झगड़ा होने के बाद एक महिला ने अपने ही पति की कथित तौर पर हत्या करवा दी. अब मृतक युवक के पिता ने उसकी पत्नी और उसके परिजनों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया है. युवक का शव रेलवे ट्रैक पर मिला है.
बिहार के वैशाली जिले में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. रेस्टोरेंट में खाने को लेकर हुए विवाद के बाद एक महिला ने अपने ही पति की हत्या करवा दी. युवक का शव रेलवे ट्रैक से बरामद किया गया है.
दरअसल मुजफ्फरपुर के रहने वाले राजवीर की शादी 9 महीने पहले निशा के साथ हुई थी. निशा बहादुरपुर की रहने वाली है. अब राजवीर की हत्या के बाद उसके घरवालों ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी निशा घर में बने खाने की बजाय रेस्टोरेंट से खाना मंगवाने की जिद्द करती थी.
रेस्टोरेंट के खाने को लेकर हुआ था झगड़ा
होटल के खाने को लेकर पति-पत्नी के बीच कहा सुनी भी होती थी. बताया जा रहा है कि रेस्टोरेंट और होटल में खाने की जिद और आदत की वजह पत्नी ने अपने पति की हत्या करवा दी.
राजवीर के घरवालों ने ये भी कहा है कि शादी के बाद से ही पत्नी निशा राजवीर को नापसंद करती थी. राजवीर के परिजनों का आरोप है कि उसकी पत्नी निशा के किसी गैर मर्द से भी संबंध हैं.
मृतक के पिता ने दर्ज कराई शिकायत
नरेंद्र मोदी ने बीते दिन पीएम पद की शपथ ले ली है.वहीं मोदी कैबिनेट में शामिल होने के लिए भाजपा ने अजित पवार गुट की एनसीपी को भी ऑफर दिया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया. इसके बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज है. अजित गुट के प्रफुल्ल पटेल को राज्य मंत्री का ऑफर था, लेकिन उन्होंने ये कहकर इसे ठुकरा दिया कि वो कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं और ये उनका डिमोशन होगा. देखिए VIDEO
राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के वायरल वीडियो पर दिल्ली पुलिस का बयान आया है. इसमें कहा गया है, रविवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के लाइव प्रसारण के दौरान कैद एक जानवर की तस्वीर दिखा रहे हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह जंगली जानवर है. ये तथ्य सत्य नहीं हैं. कैमरे में कैद जानवर एक आम घरेलू बिल्ली है.
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मणिपुर की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है. उनका कहना है कि मणिपुर पिछले 1 साल से शांति की प्रतीक्षा कर रहा है. भागवत ने कहा कि संसद में विभिन्न मतों के बीच सहमति बनाना कठिन है, लेकिन यह आवश्यक है. उन्होंने समाज में फैल रही असत्य बातों और कलह पर भी चिंता जताई. मणिपुर में शांति लाने के लिए प्राथमिकता देने की जरूरत पर जोर दिया.