राहुल गांधी की सांसदी रद्द होने पर मशहूर PAK पत्रकार हामिज मीर ने की ऐसी टिप्पणी
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पाकिस्तान के पत्रकार हामिद मीर ने एक ओपिनियन लेख में राहुल गांधी और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बीच की समानताओं का जिक्र किया है. उन्होंने लिखा कि विदेश में पढ़े दोनों नेताओं की संसद सदस्यता छीन ली गई है. वो लिखते हैं कि राहुल और इमरान की राजनीति में तुलना की जा सकती है लेकिन दोनों देशों के लोकतंत्र में किसी तरह की तुलना नहीं की जा सकती.
पाकिस्तान के पत्रकार हामिद मीर ने इंडिया टुडे के अपने ऑपिनियन लेख में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और राहुल गांधी के बीच समानताओं का जिक्र करते हुए कहा है कि विदेश में पढ़े दोनों नेताओं की संसद सदस्यता जा चुकी है. उन्होंने लिखा है कि जहां एक तरफ इमरान खान सही उर्दू बोल सकते हैं लेकिन इसे ठीक से पढ़ नहीं सकते, वहीं दूसरी तरफ, रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल गांधी संसद में हिंदी पढ़ने के लिए रोमन लिपि का इस्तेमाल करते हैं.
इमरान और राहुल द्वारा आटे की माप के लिए किलो के बजाए लीटर शब्द के इस्तेमाल को लेकर हामिद मीर लिखते हैं, 'अपने कार्यकाल और शहबाज शरीफ के कार्यकाल में आटे की कीमतों की तुलना करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री खान ने कहा था कि जनता को फिलहाल आटे को लेकर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि इसकी कीमत दोगुनी हो गई है. एक किलो आटा, हमारे समय, 50 रुपये का था और आज, यह प्रति लीटर 100 रुपये से अधिक हो गया है.'
उन्होंने राहुल गांधी के एक भाषण का जिक्र करते हुए लिखा, 'राहुल ने दिल्ली में जनता को संबोधित किया जहां उन्होंने 2014 में आटे की कीमतों की तुलना 2022 में कीमतों से की. उन्होंने कहा था कि आटा 22 रुपये प्रति लीटर था और अब यह 40 रुपये प्रति लीटर हो गया है. किसी ने कमेंट किया कि दोनों नेता एक ही किताब से पढ़ते हैं.'
'इमरान ठीक से उर्दू नहीं पढ़ सकते और राहुल...'
मीर ने आगे लिखा, 'उनमें और भी कई बातें समान हैं. इमरान सही उर्दू बोल सकते हैं लेकिन इसे ठीक से पढ़ नहीं सकते. भारतीय मीडिया में आई कुछ खबरों के मुताबिक, राहुल संसद में हिंदी पढ़ने के लिए रोमन लिपि का इस्तेमाल करते हैं. इमरान ऑक्सफोर्ड से पढ़े हैं और राहुल कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से पढ़े हैं. इमरान को पिछले साल पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने संसद की सदस्यता के अयोग्य घोषित कर दिया था. राहुल को हाल ही में गुजरात की एक अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद संसद से अयोग्य घोषित किया गया है.'
उन्होंने सवाल किया कि इमरान खान को अयोग्य ठहराए जाने के बाद भी पाकिस्तान की अदालत से उपचुनाव लड़ने की अनुमति मिली थी. क्या राहुल गांधी को भारत की कोर्ट से इस तरह की राहत मिलेगी?
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