राजस्थान: 55 फीट गहरे बोरवेल में गिरा 4 साल का गुड्डू, बहन बोली- जल्दी निकले मेरा भाई फिर खेलूंगी
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सीकर में बोरवेल में गिरे 4 साल के गुड्डू की जिंदगी को बचाने का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. इस रेस्क्यू ऑपरेशन को चले 24 घंटे से ज्यादा का समय हो गया है. 55 फीट नीचे ऑक्सीजन के साथ बिस्किट भी पहुंचाए गए हैं. ऐसा माना जा रहा है कि कभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो सकता है.
राजस्थान के सीकर में 4 साल का बच्चा बोरवेल में गिर गया है. मासूम बच्चे को बचाने के लिए पिछले 24 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल सकी है. बच्चे के पास पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाई गई है. इसके अलावा बच्चे को खाने के लिए कुछ खाने पीने का सामान भी पहुंचाया गया है. बोरवेल में कैमरा पहुंचाकर बच्चे की लोकेशन मॉनिटर की जा रही है. पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं. रेस्क्यू टीम के सदस्य और गुड्डू के परिजन लगातार गुड्डू से बातें कर रहे हैं और वो सुरक्षित है.
राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.