योगी सरकार के मंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे की चर्चा, 'नाराज' जितिन आज अमित शाह से मिलेंगे!
AajTak
योगी सरकार में जलशक्ति विभाग के राज्यमंत्री दिनेश खटीक इस्तीफे की चर्चा है, लेकिन सरकार की तरफ से इससे इंकार कर दिया गया है. वहीं लोक निर्माण विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद भी नाराज बताए जा रहे हैं.
योगी सरकार में जलशक्ति विभाग के राज्यमंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे की चर्चा है, लेकिन सरकार की तरफ से इससे इंकार कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि जलशक्ति विभाग में तबादलों और हस्तिनापुर में अपने समर्थकों पर एफआईआर लिखे जाने से राज्यमंत्री दिनेश खटीक नाराज हैं. उनके सभी फोन देर रात से बंद हैं.
चर्चा है कि जलशक्ति विभाग के राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने सरकारी गाड़ी और सुरक्षा भी छोड़ दी है. इसके साथ ही दिनेश खटीक न तो अपने सरकारी आवास पर हैं और न ही मेरठ के हस्तिनापुर स्थित अपने निजी आवास पर हैं. दिनेश खटीक के अलावा लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद भी नाराज हैं, लेकिन उनकी नाराजगी खुलकर सामने नहीं आई है.
सूत्रों के मुताबिक, लोक निर्माण विभाग में बड़ी कार्रवाई के बाद मंत्री जितिन प्रसाद आज दिल्ली पहुंचेंगे. सूत्रों का कहना है कि जितिन प्रसाद आज गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाक़ात कर सकते हैं. माना ये जा रहा है कि तबादलों पर कार्रवाई और जांच को लेकर जितिन प्रसाद, अमित शाह के सामने अपनी बात रख सकते हैं.
कल योगी कैबिनेट की बैठक में पहुंचे जितिन प्रसाद मीडिया के सामने नहीं आए थे. जितिन प्रसाद लोक निर्माण विभाग में तबादलों में हुई गड़बड़ियों के आरोपियों पर हो रही कार्रवाई को लेकर नाराज बताये जा रहे हैं. इसी बात को लेकर उन्होंने मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी और आज वो दिल्ली में अमित शाह से भी मुलाकात कर सकते हैं.
बैठक के लिए निकले, लेकिन सरकारी आवास पर नहीं लौटे
इस बीच जलशक्ति विभाग के राज्य मंत्री दिनेश खटीक भी मंगलवार को मंत्रिमंडल बैठक के लिए निकले थे, लेकिन वो सरकारी आवास नहीं लौटे. उन्होंने संगठन महामंत्री सुनील बंसल से मुलाकात की थी और अपनी बात कहकर ,नाराजगी जताकर निकल गए, और फिर वो अपने सरकारी आवास नहीं लौटे. चर्चा ये है कि उन्होंने अपनी सरकारी गाड़ी और सुरक्षा छोड़ दी है.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.