
यूक्रेन को लेकर भारत-रूस में मतभेद? दावों को विदेश सचिव ने 'तथ्यात्मक रूप से गलत' बताया
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रूस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बड़ी बैठक नहीं हुई. इसको लेकर कयास लगाया जा रहा था कि शायद यूक्रेन के मसले पर कथित मतभेद की वजह से दोनों नेताओं की बड़ी बैठक रद्द की गई. अब विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने पूरे मामले पर स्पष्टीकरण पेश किया है.
भारत ने यूक्रेन के मुद्दे पर रूस के साथ मतभेदों के दावों को "तथ्यात्मक रूप से गलत" बताते हुए खारिज कर दिया. दावा किया जा रहा था मतभेदों की वजह से रूस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच होने वाली प्रतिनिधिमंडल स्तर की एक बड़ी बैठक रद्द की गई थी.
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने मीडिया से बातचीत में मॉस्को में कुछ टकराव के बारे में एक सवाल के जवाब में कहा, "जहां तक मेरी जानकारी में है, प्रधानमंत्री की मास्को यात्रा के दौरान किसी विशेष कार्यक्रम को रद्द नहीं किया गया है."
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'रिपोर्ट्स में कोई सच्चाई नहीं' - विदेश सचिव
विनय क्वात्रा ने कहा कि (टकराव की वजह से प्रोग्राम रद्द होने का दावा) "मुझे वास्तव में आश्चर्यजनक लगता है, लेकिन इस तथ्यात्मक रूप से गलत, काफी भ्रामक (रिपोर्ट) में कोई सच्चाई नहीं हैं. उन्होंने साथ ही कहा, "वास्तव में, प्रधानमंत्री की मास्को यात्रा बेहद सफल रही." उन्होंने कहा कि सच्चाई ये है कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच चर्चा दोनों पक्षों द्वारा आवंटित समय से ज्यादा देर तक चली.
मतभेद के दावों पर रूस ने क्या कहा?

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