
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की कार का एक्सीडेंट, युद्ध क्षेत्र का दौरा कर लौट रहे थे
AajTak
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की की कार का कीव में एक्सीडेंट हो गया. हालांकि, जेलेंस्की सुरक्षित हैं. इस कार हादसे में जेलेंस्की को कोई गंभीर चोट नहीं आई है. बताया जा रहा है कि जेलेंस्की युद्ध क्षेत्र का दौरा कर लौट रहे थे, तभी ये हादसा हुआ.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की की कार का कीव में एक्सीडेंट हो गया. हालांकि, जेलेंस्की सुरक्षित हैं. इस कार हादसे में जेलेंस्की को कोई गंभीर चोट नहीं आई. बताया जा रहा है कि जेलेंस्की युद्ध क्षेत्र का दौरा कर लौट रहे थे, तभी ये हादसा हुआ.
राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने बयान जारी कर बताया कि एक कार यूक्रेन के राष्ट्रपति की कार और एस्कॉर्ट वाहन से टकरा गई. इसके बाद जेलेंस्की के साथ मौजूद डॉक्टरों ने ड्राइवर को तुरंत शुरुआती इलाज के बाद एंबुलेंस से अस्पताल भेज दिया. बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति जेलेंस्की की भी जांच की गई. उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं आई है. सुरक्षाबल इस एक्सीडेंट की वजह की जांच करने में जुट गए हैं.
इससे पहले बुधवार को जेलेंस्की ने यूक्रेनी सेना द्वारा रूस से खाली कराए गए खारकीव के इजियम शहर का दौरा किया. सेना के फेसबुक पेज पर इसकी फोटो भी शेयर की गई हैं. इसमें देखा जा सकता है कि जेलेंस्की शहर के प्रशासनिक भवन के ऊपर यूक्रेन का झंडा फहरा रहे हैं. इस दौरान उनके साथ रक्षा उप मंत्री हन्ना मलियर भी मौजूद थीं.
एक दिन पहले ही जेलेंस्की ने रूस के साथ जारी जंग में यूक्रेन को बढ़त मिलने का दावा किया था. उन्होंने कहा था कि सात महीनों से जारी इस युद्ध में यूक्रेन डटकर रूस का सामना कर रहा है. यूक्रेन किसी भी कीमत पर घुटने टेकने को तैयार नहीं है.
जेलेंस्की ने दावा किया था कि पिछले 12 दिनों में उनकी सेना ने रूस के कब्जे से अपना लगभग 6,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र वापस छीन लिया. जेलेंस्की ने देश की जनता को संबोधित कर बताया था कि सितंबर की शुरुआत से लेकर अब तक हमारे जवानों ने यूक्रेन के पूर्वी और दक्षिणी क्षेत्रों से 6,000 वर्ग किलोमीटर हिस्से को आजाद करा लिया है.
उन्होंने आगे कहा था कि अब हम रूस की सेना से और हिस्से वापस छीनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. इसके अलावा ऐसी भी रिपोर्ट्स हैं कि यू्क्रेन की सेना रूस की सीमा तक पहुंच गई है और वह एक के बाद एक अपने गांवों को रूस के कब्जे से आजाद करा रही है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.






