
यूएई ने भारत के गेहूं को लेकर किया बड़ा फैसला, बैन के बाद भी मोदी सरकार ने भेजी थी खेप
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भारत ने 13 मई को गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दी थी. यह रोक ऐसे समय में लगाई गई थी, जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गेहूं संकट बना हुआ था. इसी दौरान यूएई ने भारत से गेहूं खरीदने की गुहार लगाई थी.
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने भारत से खरीदे गेहूं के देश से बाहर निर्यात करने पर रोक लगा दी है. यूएई में आयात किए गए भारत के गेहूं के आटे के निर्यात पर भी रोक लगाई गई है.
हालांकि, यह रोक चार महीने के लिए है.
यह रोक गेहूं के सभी प्रकारों हार्ड गेहूं, सामान्य गेहूं, सॉफ्ट गेहूं और आटे सभी पर लागू होगी.
यूएई की सरकारी समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएम ने बयान जारी कर कहा कि 13 मई से पहले यूएई में आयात हुए भारतीय गेहूं या आटे के देश से बाहर निर्यात करने पर रोक लगाई गई है.
अर्थव्यवस्था मंत्रालय ने बताया कि यह फैसला अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों के कारण व्यापार बाधित होने की वजह से लिया गया है. मंत्रालय ने कहा कि भारत ने यूएई को घरेलू खपत के लिए गेहूं के निर्यात को मंजूरी दी थी और इस बात को भी ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है.
वहीं, मंत्रालय ने कहा कि जो गेहूं या आटा भारत से नहीं खरीदा गया है, उसके देश से बाहर निर्यात के लिए कंपनियों को अब सरकार से मंजूरी लेनी होगी.

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