युवक को पीट रहे थे मेरठ विकास प्राधिकरण के कर्मचारी, वीडियो बनाने पर पत्रकार की भी कर दी पिटाई
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मेरठ के विकास प्राधिकरण ऑफिस के कुछ कर्मचारियों ने एक युवक की पिटाई की. जब वहां से गुजर रहे एक पत्रकार ने यह सब देखा तो वो इसका वीडियो बनाने लगा. लेकिन मारपीट कर रहे विकास प्राधिकरण ऑफिस के कर्मचारियों ने उसे भी पीट डाला. उसका मोबाइल तक तोड़ डाला.
उत्तर प्रदेश के मेरठ में मारपीट का एक वीडियो वायरल हुआ है. जो कि मेरठ विकास प्राधिकरण के कार्यालय के बाहर मुख्य गेट का है. आरोप है कि वहां मेरठ विकास प्राधिकरण के कर्मचारी एक युवक को पीट रहे थे. जब वहां से गुजर रहे एक पत्रकार ने युवक की पिटाई होती देखी तो वो वीडियो बनाने लगा. जिसके बाद युवक को पीट रहे लोगों ने पत्रकार की भी पिटाई कर डाली.
वीडियो के संज्ञान में आने के बाद इस मामले में पांच लोगों को नामजद करते हुए 10 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. जानकारी के मुताबिक, सोमवार दोपहर को मेरठ विकास प्राधिकरण के कार्यालय के बाहर एक युवक की कुछ लोग पिटाई कर रहे थे. पिटाई करने वाले मेरठ विकास प्राधिकरण के कर्मचारी बताए जा रहे हैं. पिटने वाला युवक खुद को पत्रकार बता रहा था.
इसी बीच एक अन्य पत्रकार रवि गुप्ता भी वहां से गुजर रहा था. उसने युवक को पिटते देखा तो तुरंत इसका वीडियो बनाने लगा. लेकिन उसे वीडियो बनाते हुए मेरठ विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों ने देख लिया. फिर उसे भी पकड़ कर वे लोग पीटने लगे. रवि का मोबाइल भी उन्होंने तोड़ दिया.
बाद में रवि गुप्ता ने थाने में मामला दर्ज करवाया. उसने बताया कि जब उसने युवक को पिटते देखा तो वो न्यूज कवरेज के लिहाज से इसका वीडियो बनाने लगा. लेकिन कर्मचारियों ने उसे भी पीट डाला. वे लोग उसे पीटते हुए एमडीए परिसर तक ले गए. जब रवि ने शोर मचाया तो वहां मेरठ विकास प्राधिकरण के अन्य कर्मचारी भी आ गए. उन्होंने उसे बचाया.
पुलिस ने इस मामले में मेरठ विकास प्राधिकरण में तैनात कर्मचारी हुकुम सिंह, महाराज सिंह, अनिल, पंकज और बलराज को नामजद करते हुए सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज किया गया है. वहीं, 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है.
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