
मॉस्को पर ड्रोन से प्रहार, सुपरपावर रूस की हवाई सुरक्षा को कैसे चमका दे रहा है यूक्रेन
AajTak
यह पहली बार नहीं है जब यूक्रेन, रूस की राजधानी मॉस्को को निशाना बना रहा है. यहां तक कि यूक्रेन ने 3 मई को रूसी राष्ट्रपति पुतिन के एक अधिकारिक आवास को भी निशाना बनाया था. इस ड्रोन हमले में बिल्डिंग को मामूली क्षति पहुंची थी. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि रूस की हवाई सुरक्षा इतनी कमजोर है क्या? या ऐसा क्या हुआ कि यूक्रेन रूस की हवाई सुरक्षा को भेदने में सफल हो जा रहा है?
लगभग 18 महीने से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. रूस की राजधानी मॉस्को पर यूक्रेन लगातार ड्रोन हमला कर रहा है. रूस ने मंगलवार को दावा किया है कि यूक्रेन ने एक बार फिर मॉस्को की एक कॉमर्शियल बिल्डिंग पर ड्रोन से हमला किया है. पिछले तीन दिन में यह दूसरी बार है जब रूस पर ड्रोन अटैक हुआ है.
हालांकि, यूक्रेनी अधिकारियों ने रूस के इन आरोपों को खारिज कर दिया है. जबकि अमेरिकी अखबार 'द न्यूयार्क टाइम्स' ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि इस ड्रोन हमले में यूक्रेन निर्मित ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है. जो इस हमले में यूक्रेन की भागीदारी का संकेत दे रहा है.
ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि रूस की हवाई सुरक्षा इतनी कमजोर है क्या? या ऐसा क्या हुआ कि यूक्रेन रूस की हवाई सुरक्षा को भेदने में सफल हो जा रहा है?
मॉस्को के एक कॉमर्शियल बिल्डिंग पर हमलाः मेयर
मंगलवार को यूक्रेन ने एक बार फिर सीमा से लगभग 500 किमी (310 मील) दूर रूस की राजधानी मॉस्को और उसके आसपास के क्षेत्र को निशाना बनाते हुए ड्रोन हमला किया. शहर के मेयर ने बताया कि मंगलवार को मॉस्को के एक कॉमर्शियल बिल्डिंग पर हमला हुआ. वहीं, सेना ने एक ड्रोन को मार गिराया. इससे पहले शनिवार देर रात को भी मॉस्को के एक सरकारी बिल्डिंग को निशाना बनाया गया था.
यह पहली बार नहीं है जब यूक्रेन, रूस की राजधानी मॉस्को को निशाना बना रहा है. इससे पहले मई 2023 में भी यूक्रेन ने मॉस्को पर ड्रोन अटैक किया था. रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, उस वक्त यूक्रेन ने मॉस्को पर आठ ड्रोन से अटैक किया था. जिसमें से पांच ड्रोन को मार गिराया गया था. जबकि तीन अन्य ड्रोन को जैम कर उसे दूसरी दिशा में भेज दिया गया था. यहां तक कि यूक्रेन ने 3 मई को रूसी राष्ट्रपति पुतिन के एक आधिकारिक आवास को भी निशाना बनाया था. इस ड्रोन हमले में बिल्डिंग को मामूली क्षति पहुंची थी.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







