
मुरादाबाद से रुचि वीरा ही होंगी सपा उम्मीदवार, नाराज एसटी हसन बोले- अखिलेश बताएं क्यों काटा टिकट
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मुरादाबाद लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी ने आखिरकार उम्मीदवार फाइनल कर लिया है. इस सीट से एसटी हसन ने अपना नामांकन भी दाखिल कर लिया था लेकिन अब उन्हें अपना पर्चा वापस लेना पड़ेगा. इस लोकसभा सीट से आजम खान खेमे की रुचि वीरा ही उम्मीदवार होंगी.
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद सीट पर कन्फ्यूजन खत्म हो गई है. इस सीट पर आजम खान खेमे की रुचि वीरा ही उम्मीदवार होंगी. समाजवादी पार्टी ने इस सीट से एसटी हसन को उम्मीदवार बनाया था और उन्होंने अपना नामांकन भी दाखिल कर लिया था. अब अंदरूनी कलह के चलते उन्हें अपना पांव पीछे छींचना पड़ा. उन्होंने ऐलान कर दिया है कि वह अपना नामांकन वापस लेंगे.
एसटी हसन ने आजतक से खास बातचीत में कहा कि वह अब समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार नहीं होंगे. वह अपना पर्चा वापस लेंगे. माना जा रहा है कि आजम खान के कड़े विरोध के बाद सपा को अपना फैसला बदलना पड़ा. एसटी हसन ने कहा कि जब एक बार टिकट दे चुके थे तो कोई कारण तो नहीं था. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ही बेहतर बता पाएंगे कि टिकट क्यों काटा गया है. सपा नेता ने कहा कि अखिलेश पार्टी के नेता हैं, जिसको चाहें लड़ाएं, जिसको चहें ना लड़ाएं.
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एसटी हसन ने कहा, "टिकट होना या ना होना वो एसटी हसन की शख्सियत को खत्म नहीं कर सकता - जो आइडियोलॉजी हमारी है, जो आइडियोलॉजी मुलायम सिंह यादव की थी और जो आइडियोलॉजी अखिलेश यादव जी की है हम उसी के साथ हैं." सपा नेता ने कहा, "मैं मुस्लिम वर्ग से आता हूं. हिन्दुस्तान की तारीख में मुसलमान 70 सालों में सबसे ज्यादा दुखी है. उन्होंने (अखिलेश) ने ही मुझे पार्लियामेंट भेजा था. जाहिर है जो इंसाफ की बात होगी वही तो मैं करुंगा."
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आजम खान और अखिलेश यादव की हाल ही में सीतापुर जेल में मुलाकात हुई थी. इसके बाद ही एसटी हसन की उम्मीदवार पर अखिलेश ने कैंची चला दी. दरअसल, आजम खान चाहते थे कि अखिलेश रामपुर से चुनाव लड़ें लेकिन कथित रूप से वह इसके लिए राजी नहीं हुए. इसके बाद रामपुर में आजम समर्थकों ने सपा का विरोध करना शुरू कर दिया और चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया. इसकी आंच मुरादाबाद तक पहुंच गई.

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