![मिठाई के डिब्बे में फिरौती का लेटर... खौफ में डॉक्टर का परिवार, डेढ़ लाख रुपए की मांग](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202311/gaiphata_1-sixteen_nine.jpg)
मिठाई के डिब्बे में फिरौती का लेटर... खौफ में डॉक्टर का परिवार, डेढ़ लाख रुपए की मांग
AajTak
फरीदकोट में नामी डॉक्टर से फिरौती मांगने का मामला सामने आया है. बाइक सवार दो नकाबपोश बदमाशों ने ड़ॉक्टर को मिठाई का बॉक्स दिया. डॉक्टर ने जब बॉक्स खोला तो उसमें लेटर मिला, जिसमें फिरौती न देने पर डॉक्टर को जान का खतरा होने की बात लिखी थी. मामले की शिकायत पुलिस को दी गई है.
पंजाब के फरीदकोट में फिरौती मांगने का एक अनोखा ही मामला सामने आया है. यहां के नामी एक डॉक्टर को बाइक सवार दो नकाबपोश बदमाश ने मिठाई का बॉक्स दिया. डॉक्टर ने जब बॉक्स खोला, तो उसमें एक लेटर मिला, जिसमें लिखा था कि फिरौती न देने पर उसे जान-माल का खतरा हो सकता है. पूरी वारदात मौके पर लगे सीसीटीवी में कैद हो गई.
दरअसल, फरीदकोट के रहने वाले नामी डॉक्टर भावेश गोयल से शुक्रवार को दो नकाबपोश बदमाशों ने डेढ़ लाख की फिरौती की मांग की. इसके बाद भावेश गोयल ने मामले की शिकायत पुलिस से की. पुलिस ने डॉक्टर के शिकायत पर मामले में एफआईआर दर्ज की है. अब पुलिस सीसीटीवी के आधार पर पुलिस दोनों नकाबपोश बदमाशों की पहचान कर ली है.
मामले में एसएचओ ने कही ये बात
एसएचओ ने बताया के फरीदकोट के एक नामी डॉक्टर भावेश गोयल के पास एक दिन पहले दो नकाबपोश बदमाश बाइक पर आए थे. उन्होंने एक मिठाई के डब्बे में एक फिरौती की लेटर डाल के डेढ़ लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी. हमने सीसीटीवी के आधार पर दोनों बदमाशों की पहचान कर ली है. जल्द ही इनको गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
बदमाशों और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़
बता दें कि इससे पहले अमृतसर में एक शादी समारोह के दौरान दो पक्षों के बीच फायरिंग होने लगी. दरअसल, यह बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ थी. पुलिस को सूचना मिली थी कि 3 वांटेड क्रिमिनल्स तरनतारन रोड पर वरपाल गांव में स्थित हाईफाई रिसॉर्ट में शादी अटेंड करने जा रहे हैं. पुलिस ने उन्हें रास्ते में पकड़ने की कोशिश की लेकिन वे भागने लगे.
![](/newspic/picid-1269750-20240610165247.jpg)
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मणिपुर की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है. उनका कहना है कि मणिपुर पिछले 1 साल से शांति की प्रतीक्षा कर रहा है. भागवत ने कहा कि संसद में विभिन्न मतों के बीच सहमति बनाना कठिन है, लेकिन यह आवश्यक है. उन्होंने समाज में फैल रही असत्य बातों और कलह पर भी चिंता जताई. मणिपुर में शांति लाने के लिए प्राथमिकता देने की जरूरत पर जोर दिया.