महाराष्ट्र में गहराए सियासी विवाद के बीच उद्धव ठाकरे ने सुनाया बाला साहेब और आडवाणी का किस्सा
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि गोधरा दंगों और गुजरात हिंसा के बाद एक अभियान चला था- मोदी हटाओ. इस दौरान तब के उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी ने बाला साहेब से इस मुद्दे पर उनकी राय जाननी चाही थी.
महाराष्ट्र में पहले लाउडस्पीकर और फिर हनुमान चालीसा के बहाने उद्धव सरकार पर लगातार हमले किए जा रहे हैं. हालांकि, सरकार का दोनों ही मसलों पर आक्रामक रुख देखने को मिला है. सीएम उद्धव ठाकरे ने एक इंटरव्यू में ताजा विवादों को लेकर खुलकर बातचीत की और राज ठाकरे पर हमला किया. इसके साथ ही उद्धव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में एक किस्सा शेयर किया.
एक मीडिया संस्थान से बात करते हुए उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) द्वारा चलाए जा रहे लाउडस्पीकर हटाओ अभियान पर कहा कि कुछ लोग हैं जो झंडे बदलते रहते हैं. पहले वे गैर-मराठी लोगों पर हमला करने की कोशिश करते हैं. अब वे गैर-हिंदुओं पर हमला कर रहे हैं. मार्केटिंग का जमाना है. ये भी नहीं चला तो कुछ और. उद्धव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने लाउडस्पीकर के संबंध में आदेश दिया. मुझे नहीं लगता कि उन्होंने किसी एक धर्म के बारे में कहा है. सभी धर्मों के लिए दिशा-निर्देश हैं.
यूपी में कोविड से मरने वालों के शव गंगा में मिले
यूपी में लाउडस्पीकर हटाए जाने पर सीएम उद्धव ने वहां के सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान गंगा में शव मिले थे. मुझे नहीं लगता कि हमारे पास सटीक संख्या है कि यूपी में कोविड के कारण कितने लोग मारे गए. अगर यूपी सरकार लाउडस्पीकर हटाने के मुद्दे को लोगों तक ले जाना चाहती है तो यह उनके लिए है.
हमारा फोकस तो विकास और रोजगार है
उद्धव ने कहा कि मेरा फोकस लोगों की जिंदगी बचाने, राज्य का राजस्व बढ़ाने और लोगों को रोजगार देने पर है. लोगों से थाली पीटने को कहा गया लेकिन लोगों की थाली खाली है और हम उन्हें भोजन के बजाय लाउडस्पीकर दे रहे हैं. लोग इस सरकार को हरा देंगे.
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.