
महाराष्ट्र में कोरोना का कहर जारी, लगातार दूसरे दिन 15 हजार से ज्यादा केस, 88 लोगों की मौत
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महाराष्ट्र में कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में महाराष्ट्र के कई और इलाकों में लॉकडाउन की संभावना बढ़ गई है. राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे ने आज मुंबई में होटल और मॉल के प्रतिनिधियों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि कोविड नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई होगी.
देश में एक तरफ जहां टीकाकरण अभियान जारी है तो वहीं दूसरी तरफ कई राज्यों में कोरोना (Corona Virus) के नए केस तेजी से बढ़ रहे हैं. कोरोना वायरस एक बार फिर महाराष्ट्र को अपनी गिरफ्त में ले रहा है. आज फिर से राज्य में 15000 से ज्यादा नए केस सामने आए. वहीं 24 घंटे में 88 लोगों की मौत कोरोना की वजह से हुई. बता दें कि महाराष्ट्र में आज 15,602 नए कोरोना केस सामने आए. राज्य में इस वक्त 5,70,695 लोग होम आइसोलेशन में हैं, जबकि 5,031 लोग अस्पताल या कोरोना के लिए बनाई जगहों में भर्ती हैं. महाराष्ट्र में 1,18,525 एक्टिव केस हैं. आज 7,467 कोरोना मरीज ठीक होकर अपने घर चले गए. वहीं, राज्य में अब तक कुल 21,25,211 लोग कोरोना से रिकवर हो चुके हैं. महाराष्ट्र का रिकवरी रेट 92.49% है.
इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.









