मशहूर शायर कुंअर बेचैन का इंतिकाल, शायरों ने अपनी शायरी के जरिए पेश किया खिराजे अकीदत
Zee News
हिंदी दुनिया के मशहूर अदीब कुंअर बेचैन यूपी के मुरादाबाद जिले के उमरी गांव के रहने वाले थे. उन्होंने अपनी पढ़ाई चंदौसी के एसएम कॉलेज से की थी.
नोएडा: मुल्क के मशहूर और जाने-माने शायर डॉ. कुंअर बेचैन (Kunwar Bechain) का गुरुवार को इंतिकाल हो गया. वह 78 साल के थे. गुज़िश्ता दिनों कुंअर बेचैन और उनकी पत्नी कोरोना से मुत्तासिर हुए थे. नोएडा के कैलाश हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था. मशहूर शायर कुमार विश्वास ने अपने ट्विटर हैंडल से इस बात की जानकारी दी. कोरोना से चल रहे युद्धक्षेत्र में भीषण दुःखद समाचार मिला है।मेरे कक्षा-गुरु,मेरे शोध आचार्य,मेरे चाचाजी,हिंदी गीत के राजकुमार,अनगिनत शिष्यों के जीवन में प्रकाश भरने वाले डॉ कुँअर बेचैन ने अभी कुछ मिनट पहले ईश्वर के सुरलोक की ओर प्रस्थान किया।कोरोना ने मेरे मन का एक कोना मार दिया बहुत आभार जी।उनका स्वयं कॉल आया है और वे डॉ कुँअर जी को अपने हॉस्पिटल में वेंटिलेटर पर शिफ़्ट करा रहे हैं।ईश्वर से प्रार्थना करें कि पूज्य गुरुप्रवर स्वस्थ हों।कृपा करके आप सब भी अपना बहुत-बहुत ख़्याल रखें। स्थिति अनुमान से ज़्यादा ख़राब है। आप सब का भी आभार उँगलियाँ थाम के ख़ुद चलना सिखाया था जिसे राह में छोड़ गया राह पे लाया था जिसे चोटों पे चोट देते जाने का शुक्रिया पत्थर को बुत की शक्ल में लाने का शुक्रिया जागा रहा तो मैंने नए काम कर लिए ऐ नींद आज तेरे न आने का शुक्रिया आती न तुम तो क्यों मैं बनाता ये सीढ़ियाँ दीवारों, मेरी राह में आने का शुक्रिया शायर कुमार विश्वास ने ट्वीट में लिखा, 'कोरोना से चल रहे जंग में एक बुरी खबर मिली है. मेरे उसताद, मेरे रिसर्च प्रोफेसर, मेरे चाचाजी, हिंदी गीत के शहज़ादा, अनगिनत स्टूडेंट्स की ज़िंदगी को रोशन करने वाले, डॉ कुंअर बेचैन अभी कुछ मिनट पहले इस दारे फानी से कूच कर गए. कोरोना ने मेरे मन का एक कोना मार दिया.' — Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) — pushpendra singh surera (@pushpendRa_jput) ~ कुंवर बेचैन -कुंवर बेचैनMore Related News