भूटान के साथ मिलकर ऐसा क्या करने जा रहा है चीन, जिससे बढ़ सकती है भारत की चिंता
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चीन ने भूटान को उसके साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने और जल्द से जल्द सीमा विवाद सुलझाने को कहा है. इसे लेकर भूटान के विदेश मंत्री टांडी दोर्जी ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से बीजिंग में मुलाकात भी की है. पर चीन और भूटान के बीच होने वाला कोई भी समझौता भारत की चिंता बढ़ा सकता है.
चीन और भूटान करीब आ रहे हैं. राजनयिक संबंध स्थापित करने और सीमा विवाद का जल्द से जल्द हल निकालने के लिए बातचीत कर रहे हैं.
भूटान के विदेश मंत्री टांडी दोर्जी इस समय बीजिंग में हैं. वहां उन्होंने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की. इस दौरान दोनों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित करने और जल्द से जल्द सीमा विवाद का हल निकालने पर सहमति बनी.
मुलाकात के बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि राजनयिक संबंध की बहाली और सीमा विवाद का हल निकलने से दोनों देशों के हित पूरे होंगे.
चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि इस मीटिंग में दोर्जी ने भूटान का मजबूती से समर्थन करने के लिए चीन का धन्यवाद दिया. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि भूटान वन-चाइना पॉलिसी का समर्थन करता है, जिसका मतलब है कि ताइवान और तिब्बत चीन का हिस्सा हैं.
चीन और भूटान के बीच राजनयिक संबंध नहीं हैं. फिर भी दोनों के बीच बातचीत जारी है. चीन अब तक अपने 12 पड़ोसियों से सीमा विवाद सुलझा चुका है. सिर्फ भूटान और भारत ही ऐसे हैं, जिनसे अब तक सीमा विवाद नहीं सुलझा है.
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