'भारत-US के संबंधों की मधुर गीतमाला...', स्टेट लंच में बोले PM मोदी, किया कमला हैरिस के 'भारतीय कनेक्शन' का जिक्र
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोेदी के अमेरिकी दौरे का तीसरा दिन है. यहां पीएम मोदी ने व्हाइट हाउस में भारत और अमेरिकी टॉप कंपनियों के सीईओ से मुलाकात की. इसके बाद अमेरिका के विदेश विभाग ने पीएम मोदी के लिए राजकीय लंच का आयोजन किया. इसमें उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पीएम मोदी की मेजबानी की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी दौरे के तीसरे दिन भारत और अमेरिका की टॉप कंपनियों के सीईओ से मुलाकात की. इसके बाद अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने विदेश विभाग में लंच का आयोजन किया, जिसमें उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मेजबानी की. लंच में मौजूद सभी लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच मित्रता और सहयोग गहरा होना चाहिए.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि मैं सबसे पहले उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का इस भव्य स्वागत करने के लिए धन्यवाद करता हूं और आप दोनों ने जो गर्मजोशी शब्द कहे उसके लिए भी मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं. पिछले 3 तीनों में मैंने अनेक बैठकों में हिस्सा लिया और कई विषयों में चर्चा की. सभी बैठकों में एक चीज समान थी सब एक मत थे कि भारत और अमेरिका के बीच मित्रता एवं सहयोग और गहरा होना चाहिए. भारत-अमेरिका संबंधों की मधुर गीतमाला हमारे लोगों से आपके लोगों के संबंधों से बनी है. हमारी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने में आपका योगदान अविश्वसनीय रहा है.
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कमला हैरिस की माता का किया जिक्र
उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की माता जी 1958 में भारत से अमेरिका आई थीं उस समय अधिकांश लोगों के पास फोन नहीं था इसलिए उन्होंने अपने हाथ से लिखकर अपने परिवारजनों को पत्र भेजती थीं उन्होंने कभी भी भारत से नाता टूटने नहीं दिया. आज हम जिस उपलब्धियों पर पहुंचे हैं उसमें आप सबके अथक मेहनत का परिणाम है इसके लिए मैं आप सभी का हृदय से धन्यवाद करता हूं.
पीएम ने कहा कि 2014 में मेरी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति बाइडेन भी यहां स्टेट विभाग में थे. उस समय उन्होंने भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी को 'क्षितिज पर एक वादा' कहा था. इन 9 वर्षों में हमने बहुत लंबी और खूबसूरत यात्री की है. रक्षा और सामरिक क्षेत्रों में हमने आपसी सहयोग के नये आयाम जोड़े हैं. नई और उभरती टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हम नए विश्वास के साथ काम कर रहे हैं.

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