बैंक से डेढ़ करोड़ के जेवर चोरी करने वाला बोला- बेचने का मूड नहीं था, कोई मेरी जमानत न कराए...
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कानपुर में एक बैंक के लॉकर से चोरी हुए डेढ़ करोड़ के जेवर के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. चोरी करने वाले ने जेवरों को दो साल तक घर में ही रखा था. उसका कहना है कि इन्हें बेचने का मूड नहीं था. ये भी कहा कि कोई उसकी जमानत न कराए, राम का नाम लेकर सब ठीक हो जाएगा.
यूपी के कानपुर में साल 2021 में बैंक ऑफ बड़ौदा की किदवई नगर शाखा से एक लॉकर से डेढ़ करोड़ के जेवर चोरी हो गए थे. यह लॉकर रमा अवस्थी के नाम पर दर्ज था, जिसे उनकी बेटी श्रद्धा शुक्ला ऑपरेट करती थी. हैरानी की बात तो ये है कि 2 साल तक ना बैंक अधिकारियों और ना ही लॉकर मालिक को इसकी भनक लगी. हालांकि, मामला प्रकाश में आने के बाद 13 हजार जीबी के सीसीटीवी फुटेज खंगालकर पुलिस ने इसका खुलासा कर दिया है.
इस दौरान पता चला कि चोरी करने वाले ने जेवरों को दो साल तक घर में ही छिपाए रखा. उसका कहना है कि इन्हें बेचने का मूड नहीं था. आरोपी की पहचान रोहित शुक्ला के रूप में हुई है. पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड का कहना है रोहित एक लॉकर मेंटेनेंस करने वाली कंपनी की तरफ से बैंक में लॉकर ठीक करने गया था. उसी दौरान उसने वारदात को अंजाम दिया.
'अधिकारियों ने नियमों का पालन नहीं किया'
पुलिस कमिश्नर का कहना है कि इसी बैंक शाखा से 2019 में भी एक लॉकर से साढ़े तीन सौ ग्राम सोना चोरी हुआ था. वह चोरी भी इसी ने की थी. ये बात आरोपी ने कबूल भी की है. पुलिस ने उसके पास से लूटा गए जेवर बरामद कर लिए हैं. हालांकि, इस मामले में पुलिस कमिश्नर का यह भी दावा है कि इसमें बैंक अधिकारियों ने लॉकर मेंटेनेंस कराते समय नियमों का पालन नहीं किया. इसलिए उनके मुख्यालय को लापरवाही के बारे में लिखा जाएगा.
'राम का नाम लेकर सब ठीक हो जाएगा'
वहीं, जेवर बरामद होने पर श्रद्धा शुक्ला काफी खुश हैं. उनका दावा है इस चोरी में बैंक के अधिकारी निश्चित रूप से शामिल रहे हैं. उधर, आरोपी का कहना है कि जेवर बेचने का मूड नहीं था, इसलिए घर में ही रखे रहा. उसने ये भी कहा, "मैं चाहता हूं कि भगवान करे कोई मेरी जमानत न कराए, राम का नाम लेकर सब ठीक हो जाएगा."
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